टीआरपी के लिए पत्रकार किस कदर नीचे गिर सकते हैं, इसका भयानक उदाहरण ब्राजील में देखने को मिला है। ब्राजील के अमेजन प्रांत में चलने वाले एक न्यूज चैनल के मालिक व एंकर सूजा पर पुलिस ने आरोप लगाया है कि उसने अपने ‘अपराध शो’ की टीआरपी बढ़ाने के लिए पांच लोगों की हत्या कराई और इन हत्याओं को सबसे पहले शूट करके अपने न्यूज चैनल पर सनसनीखेज और एक्सक्लूसिव घटना के रूप में दिखाया। पुलिस ने पांच हत्याओं की कड़ियों को जब मिलना शुरू किया तो उसे पता चला कि इन हत्याओं की सबसे पहले खबर सूजा ने अपने शो में दी। इनके फुटेज दिखाए। गहराई से छानबीन करने पर इन हत्याओं के पीछे सूजा का हाथ सामने आया। इसी दौरान एक घटना और घटी।
सूजा ने पांच हत्याओं के बाद छठीं हत्या की भी योजना बना ली। उसने एक महिला को मारने की सुपारी एक गैंग को दी। गैंग वालों को जाने क्या हुआ कि उन्होंने बजाय महिला को मारने के, सूजा के खेल की सूचना पुलिस को दे दी। इस तरह सूजा की पोल खुल गई। फिलहाल सूजा का खेल खत्म हो चुका है। उसके न्यूज चैनल पर ताला लगाकर उसे जेल भेज दिया गया है।
एंकर बनने से पहले सूजा नेता और पुलिस अधिकारी भी रह चुका हैं। वह चुनाव जीत कर कानून बनाने वाली संस्था का भी सदस्य रहा है। आप कल्पना कर सकते हैं कि अगर किसी में नेता, पुलिस अधिकारी और पत्रकार, तीनों के गुण आ जाए, और वह अपने दिमाग का नकारात्मक इस्तेमाल करने लगे तो किस हद तक जा सकता है। सूजा को पुलिस से इसलिए हटाना पड़ा क्योंकि वह माफियाओं से मिला हुआ था। पुलिस की नौकरी से हटाए जाने के बाद नेता बना और फिर मीडिया मालिक। अपने न्यूज चैनल को नंबर वन बनाने के चक्कर में वह हत्याएं कराने लगा। नतीजा यह हुआ कि सूजा और उसका शो ब्राजील में जन-जन की जुबान पर चढ़ गया। सूजा को खून लग चुका था। अपने शो की लोकप्रियता वह किसी भी तरह खोना नहीं चाहता था। इसीलिए एक-एक कर पांच हत्याएं कराता गया। अपने अपराध शो के जरिए अपराध खत्म करने का ड्रामा करने वाला सूजा खुद अपराधी बनकर जेल जा चुका है। यह सच्ची घटना भारतीय टीवी इंडस्ट्री के लिए भी एक सबक हो सकती है जो टीआरपी की खातिर दिन ब दिन पतन के नए रिकार्ड कायम कर रहे हैं।
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