कला, संस्कृति एवं पत्रकारिता के लिए दिया जाने वाला “कोर्णाक पुरस्कार” इस बार निज़ामाबाद (आन्ध्र प्रदेश) के हिंदी भाषी पत्रकार प्रदीप श्रीवास्तव को दिया जा रहा है. यह पुरस्कार अगले वर्ष 26 जनवरी 2010 को उड़ीसा के कटक में 15 से 28 जनवरी तक होने वाले थियेटर ओलंपियाड के दौरान दिया जायेगा. पुरस्कार थियेटर मूवमेंट द्वारा हर साल “कला-संस्कृति एवं पत्रकारिता” के लिए किये गए उल्लेखनीय कार्य हेतु दिया जाता है.
पुरस्कार के लिए चयनित प्रदीप निज़ामाबाद से प्रकाशित राष्ट्रीय हिंदी दैनिक “स्वतंत्र वार्ता” के स्थानीय संपादक हैं. मूवमेंट थियेटर के महासचिव जीबी दास महापात्र ने बताया कि प्रदीप को पुरस्कार के रूप में शाल, श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया जायेगा. मूलरूप से अयोध्या (फैजाबाद) के रहने वाले प्रदीप श्रीवास्तव पिछले 28 वर्ष से हिंदी पत्रकारिता से जुड़े हैं. स्वतंत्र पत्रकारिता के बाद हिंदी दैनिक “आज” के वाराणसी एवं आगरा संस्करण के सम्पादकीय विभाग में काम किया. फिर हरियाणा, असम, दिल्ली, महाराष्ट्र होते हुए इन दिनों निज़ामाबाद में हैं.
प्रदीप को इससे पहले भी अनेकों पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है, जिसमे प्रमुख हैं- 1986 में रोट्रेक्ट क्लब वाराणसी द्वारा “युवा प्रतिभा”, 1993 में लघु समाचार पत्र सम्मेलन द्वारा अहिन्दी भाषी क्षेत्र में हिंदी पत्रकारिता के लिए, कला साहित्य एवं संस्कृति परिषद्, मथुरा द्वार हास्य वयंग्य की रचना पर “साहित्य सरस्वती” की उपाधि, 2006 में इन्डियन एसोसिएसन आफ जर्नलिस्ट, वाराणसी द्वारा “काशी रत्न अलंकरण”, 2006 में निज़ामाबाद शताब्दी के अवसर जिला प्रशासन द्वारा “निज़ामाबाद गौरव” पुरस्कार के साथ निज़ामाबाद रोटरी क्लब, लायंस क्लब आफ डायमंड आदि संस्थाओं द्वारा समय-समय पर पुरस्कार व सम्मान शामिल हैं. प्रदीप श्रीवास्तव निज़ामाबाद पर्यटन विकास समिति (पर्यटन विभाग) के कार्यकारी सदस्य, संस्कार भारती इन्दुर हिंदी समिति व निज़ामाबाद साइक्लिंग एसोसिएसन के सलाहकार, आन्ध्र प्रदेश रोल बाल एसोसिएसन के प्रदेश उपाध्यक्ष, निज़ामाबाद उत्सव समिति एवं स्मारिका उपसमिति के सदस्य के अलावा वे आन्ध्र प्रदेश रेड क्रास सोसायटी के आजीवन सदस्य भी हैं.