लखनऊ विश्वविद्यालय के पत्रकारिता और जनसंचार विभाग के प्राध्यापक डा. मुकुल श्रीवास्तव को उनकी पहली पुस्तक ‘मानवाधिकार और मीडिया’ के लिए विशेष पुरस्कार दिया जाएगा। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, नई दिल्ली ने वर्ष 2006-07 के लिए मानवाधिकारों पर हिंदी में सर्जनात्मक लेखन पुरस्कार योजना के अंतर्गत डा. मुकुल की किताब को विशेष पुरस्कार के लिए चुना है। ये पुरस्कार दो वर्ष में एक बार दिए जाते हैं।
जबलपुर में मनीष और पंकज सम्मानित
डा. श्रीवास्तव पिछले 10 वर्षों से शिक्षण कार्य में संलग्न हैं। इसके अलावा वे कई विदेशी समाचार संगठनों और राष्ट्रीय समाचार पत्रों के लिए स्वतंत्र पत्रकार के रूप में भी कार्य करते हैं। वर्ष 2008 में दुनिया के सबसे पुराने बोलोना विश्वविद्यालय में विशेष व्याख्यान के लिए उन्हें आमंत्रित किया गया था। डा. मुकुल ने अपने इस पुरस्कार को अपने विभाग के छात्रों को समर्पित किया है।
जबलपुर से मिली खबर के अनुसार इस नगर के विकास में उल्लेखनीय योगदान के लिए जिन कई लोगों का सम्मान स्वयंसेवी संस्थान नागरिक उपभोक्ता मंच ने किया, उनमें दैनिक भास्कर के सिटी एडीटर मनीष गुप्ता और इलेक्ट्रानिक मीडिया के पंकज शाह भी शामिल हैं। इन दोनों पत्रकारों को पिछले दिनों जबलपुर में आयोजित एक समारोह में सम्मानित किया गया।