हिंदी समाचार पोर्टल प्रभासाक्षी.कॉम के समूह संपादक बालेन्दु शर्मा दाधीच को इस साल का ‘अक्षरम सूचना प्रौद्योगिकी सम्मान’ प्रदान किया गया है। दाधीच को सूचना प्रौद्योगिकी के माध्यम से हिंदी भाषा को समृद्ध बनाने और हिंदी से जुड़े तकनीकी विकास में योगदान के लिए सम्मानित किया गया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के अध्यक्ष डॉ. कर्ण सिंह ने 28 दिसंबर की शाम को राजधानी में अंतरराष्ट्रीय हिंदी उत्सव के दौरान उन्हें सम्मानित किया।
इसका आयोजन साहित्य अकादमी, भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद, प्रवासी भारतीय मामलों के केंद्रीय मंत्रालय, उत्तराखंड सरकार और अक्षरम ने किया था। समारोह में देवेंद्र इस्सर और राजी सेठ सहित हिंदी जगत की कुछ अन्य देशी-विदेशी हस्तियों को भी सम्मानित किया गया। अक्षरम का सूचना प्रौद्योगिकी पुरस्कार पिछले साल वेबदुनिया के चीफ ऑपरेशंस ऑफिसर पंकज जैन को दिया गया था।
बालेन्दु दाधीच हिंदी पत्रकारिता और तकनीक के क्षेत्र में जाने-माने नाम हैं। वे 1998 से न्यू मीडिया के क्षेत्र में बतौर संपादक और कुशल तकनीकविद् की भूमिकाओं में सक्रिय हैं। राजस्थान पत्रिका, इंडियन एक्सप्रेस, हिंदुस्तान टाइम्स और सहारा समूहों में वरिष्ठ संपादकीय दायित्व निभाने के बाद उन्होंने सूचना प्रौद्योगिकी और इंटरनेट के क्षेत्र में अपने प्रयासों से अहम योगदान दिया है। सन 2001 में उनके द्वारा स्थापित प्रभासाक्षी.कॉम हिंदी के सर्वप्रथम इंटरनेट पोर्टलों में से एक है। श्री दाधीच ने कंप्यूटर पर हिंदी में काम करने के लिए दस साल पहले अपने शब्द संसाधक (वर्ड प्रोसेसर) ‘माध्यम’ का विकास कर उसे निःशुल्क वितरण के लिए विश्व भर के हिंदी प्रेमियों को उपलब्ध कराया था। इस सॉफ्टवेयर की एक लाख से अधिक प्रतियां डाउनलोड की जा चुकी हैं। तकनीकी विषयों पर आम लोगों के मन में व्याप्त जटिलताएं दूर करने और जागरूकता बढ़ाने के लिए वे प्रमुख राष्ट्रीय अखबारों और पत्रिकाओं में आईटी से जुड़े विषयों पर नियमित स्तंभ भी लिखते हैं।
भाषा और तकनीक में योगदान के चलते एक ओर जहां उन्हें संयुक्त राष्ट्र खाद्य और कृषि संगठन (FAO) की ओर से सर्वश्रेष्ठ हिंदी लेखन के लिए पुरस्कृत किया जा चुका है वहीं तकनीक के क्षेत्र में योगदान के लिए ‘माइक्रोसॉफ्ट मोस्ट वेल्युएबल प्रोफेशनल’ पुरस्कार से भी नवाज़ा जा चुका है।
बालेंदु वाह मीडिया नामक हिंदी ब्लाग भी चलाते हैं जिसमें मीडिया की गल्तियों को कड़ा पोस्टमार्टम करते हैं। बालेंदु के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए आप बालेंदु.काम पर क्लिक कर सकते हैं। इस उपलब्धि के लिए बालेंदु को आप [email protected] के जरिए विश कर सकते हैं।