भास्कर ग्रुप ने छंटनी के चलते अपने मीडियाकर्मियों में पनपे असंतोष को कम करने, उन्हें भरोसा देने व पुचकारने के लिए कई तरह की कवायद शुरू की है। उसी में से एक है दैनिक भास्कर के मध्य प्रदेश के स्टेट हेड अभिलाष खांडेकर द्वारा अपने अधीनस्थों को भेजी गई यह आंतरिक चिट्ठी। इस चिट्ठी को यहां हू-ब-हू दे रहे हैं। –संपादक, भड़ास4मीडिया
मेरे प्रिय साथियो,
हम सभी के जीवन में कभी-कभी ऐसे पल आते हैं जब हम अकारण ही किसी आशंका के शिकार होकर आत्मविश्वास खो बैठते हैं और भविष्य के प्रति अपनी भूमिका को लेकर अपने से ही सवाल करने लगते हैं।
कुछ ऐसे ही पलों से संपादकीय साथी पिछले कुछ दिनों से रूबरू हो रहे हैं। विश्वव्यापी अर्थव्यवस्था के ऊपर मंडराते संकट का असर भारत में भी महसूस किया गया और विभिन्न संस्थानों को कुछ कठोर निर्णय लेने की जरूरत पड़ी। आपका अपना दैनिक भास्कर इन वैश्विक परिस्थितियों से अछूता नहीं रह सकता था।
लेकिन हमारी मेहनत, संयम और दृढ़ इच्छाशक्ति से हमने इस कठिन समय पर विजय पा ली है। आशंका और निराशा के बादल अब निश्चित रूप से छंट गए हैं और सामने है एक उज्जवल भविष्य। अब किसी भी साथी को कटौती का भय नहीं होना चाहिये ।
मध्यप्रदेश के अपने सभी संपादकीय सहयोगियों को मेरी और प्रबंधन की ओर से विश्वास दिलाना चाहता हूँ कि आने वाले समय में आपको किसी भी प्रकार की आशंका या भय से ग्रस्त होने की जरूरत नहीं है, यदि आप अपना काम कर्मठता और ईमानदारी से कर रहे हैं। आप सभी अपने पहले जैसे आत्मविश्वास और उत्साह से अपना दायित्व निभाएं और पत्रकारिता की नई ऊंचाइयों को छूने अपनी सारी ताकत लगा दें। आपमें से अधिकतर साथियों को मैं निजी रूप से जानता हूँ और आपकी योग्यताओं से भलीभांति परिचित हूँ। मुझे यह कहने में कोई हिचक नहीं है कि आप जैसे सिद्धहस्त पत्रकार ही समूह की ताकत हैं।
आप सभी के उज्जवल भविष्य की कामना के साथ मैं एक बार फिर सहयोग और विश्वास के लिए आपको धन्यवाद देता हूँ।
नए वर्ष की शुभकामनाओं सहित,
आपका
अभिलाष खांडेकर
स्टेट हेड, मध्य प्रदेश, दैनिक भास्कर