मीडिया की लड़की से प्रेम और शादी करके परेशान मीडिया वाले की स्टोरी पढ़कर अनीता वशिष्ठ ने एक पत्र भड़ास4मीडिया के पास भेजा है जिसमें उन्होंने इन स्टोरीज में दूसरे पक्ष के गायब होने की बात उठाई है। अनीता ने जो पत्र भेजा है उसे यहां प्रकाशित किया जा रहा है-
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date Sat, Jun 6, 2009 at 6:22 PM
subject bhitar jhank kar dekhe yashwant ji
यशवंत जी,
भड़ास4मीडिया पर आप अच्छा जा रहे हैं। यहां मैंने एक लिंक देखा जिसमें किसी टीवी पत्रकार की प्रेम की दुर्गति का बखान था। यह न्यूज मैंने पहले भी पढ़ी थी और अब भी देखी। दोनों बार इसे देख कर दुख हुआ।
लगता है कि ये पत्रकार महोदय आपके दोस्त हैं। तभी तो आपने सिर्फ उनका पक्ष रखा है। क्या वाकई आपको एक बार भी उस लड़की से बात करने की जरूरत महसूस नहीं हुई? आप कैसे कह सकते हैं कि लड़की ने इन महोदय को धोखा दिया? अंदर की बात कुछ और भी हो सकती है जनाब! या बात सिर्फ इतनी ही है कि ये महोदय आपके दोस्त हैं और आप उनके लिए सुहानभूति एकत्रित कर रहे हैं।
इस प्रकरण के भीतर कुछ और भी हो सकता है, जरा ठीक से पता करें!
Aneeta vashishta