चंडीगढ़ में दो पत्रकार उगाही के एक मामले में फंस गए हैं. विदेशी कालगर्ल की सप्लाई करने वाले एजेंट से विदेशी कालगर्ल बुलवाने के बाद उसी एजेंट को पुलिस इंस्पेक्टर बनकर फोन करने लगे और 50 हजार रुपये की मांग कर डाली. इन दोनों पत्रकारों में एक नेशनल न्यूज चैनल का है तो दूसरा चंडीगढ़ से प्रकाशित एक अखबार में रिपोर्टर है. सूत्रों का कहना है कि चंडीगढ़ पलिस के क्राइम ब्रांच में तैनात सब इंस्पेक्टर रंजित ढिल्लो ने सेक्टर 17 पलिस स्टेशन में डीडीआर दर्ज करवाई है.
डीडीआर एक नेशनल इंग्लिश न्यूज़ चैनल के पत्रकार और एक समाचार पत्र के पत्रकार के खिलाफ दर्ज करवाई गई है. डीडीआर में इंस्पेक्टर ने लिखा है कि दोनों पत्रकारों ने उसके नाम पर फ़ोन कर 50 हजार रुपए की अवैध रूप से उगाही करने की कोशिश की है. बताया जा रहा है कि इंग्लिश नेशनल न्यूज़ चैनल के पत्रकार ने विदेश से आ रही एक वेश्या को लेकर स्टिंग ऑपरेशन किया.
न्यूज़ चैनल के पत्रकार ने इसके लिए चंडीगढ़ के सेक्टर 22 में एक होटल में कमरा बुक करवाया. दलाल के माध्यम से विदेशी वेश्याओं को वहां बुलाया गया. इसके बाद उनसे बातचीत कर रिकॉर्डिंग की गयी. जब यह स्टिंग कंप्लीट हो गया, तो पत्रकारों के मन में बेइमानी आ गयी. उन्होंने सब इंस्पेक्टर रंजित ढिल्लो के नाम पर दलाल को फ़ोन करके कहा कि हमने तुम्हारे द्वारा भेजी गयी लड़कियों को अरेस्ट कर लिया है और तुम क्राइम ब्रांच में आ जाओ. इसके बाद पैसे की डील शुरू हो गयी. लास्ट में यह मामला पचास हज़ार में सुलटा.
दूसरी और दलाल को केंद्र सरकार में तैनत एक सीनियर अधिकारी जानता था. दलाल ने उसे फ़ोन क़र सारे मामले की जानकारी देते हुए सहायता की मांग की. उक्त अधिकारी ने चंडीगढ़ पुलिस व प्रशासन के कई अधिकारियों को इस मामले में हस्तक्षेप करने के लिए कहा. इसके बाद सेक्टर 17 पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर और डीएसपी तथा अपराध ब्रांच के इस्पेक्टर और डीएसपी ने उस होटल में रेड मार कर दोनों पत्रकारों को लड़कियों सहित पकड़ लिया.
होटल की सीसीटीवी फुटेज, होटल के रिकॉर्ड, दोनों पत्रकारों के मोबाइल फ़ोन से इस बात को साबित किया गया है कि सब इंस्पेक्टर रंजित ढिल्लो इस मामले में शामिल नहीं थे. यह सारा कुछ दोनों पत्रकारों द्वारा ही अंजाम दिया गया है. बाद में कुछ अन्य पत्रकारों के दखल के बाद इस मामले को दबा दिया गया.
वहीं, कुछ लोगों ने बताया कि अभी पुलिस में कोई लिखा-पढ़ी नहीं हुई है. पकड़े गए पत्रकारों की पुलिस के बड़े अधिकारियों से अच्छी जान-पहचान है, इसलिए पुलिस अधिकारियों ने इंस्पेक्टर के साथ पत्रकारों को बिठाकर समझौता करा दिया है.
Akhilesh
September 11, 2010 at 3:57 pm
दूसरी और दलाल को केंद्र सरकार में तैनत एक सीनियर अधिकारी जानता था. दलाल ने उसे फ़ोन क़र सारे मामले की जानकारी देते हुए सहायता की मांग की. उक्त अधिकारी ने चंडीगढ़ पुलिस व प्रशासन के कई अधिकारियों को इस मामले में हस्तक्षेप करने के लिए कहा. इसके बाद सेक्टर 17 पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर और डीएसपी तथा अपराध ब्रांच के इस्पेक्टर और डीएसपी ने उस होटल में रेड मार कर दोनों पत्रकारों को लड़कियों सहित पकड़ लिया.
Is khabar me ek aur baat sabit hoti hai ki randio ki dalal ke sath Delhi ke bade adhikari bhi mile hue hain. Jai Ho.