दिल्ली में डाक्टरों के साथ संघर्ष : डाक्टरों ने दर्ज कराई रिपोर्ट : लूट के शिकार कैमरापर्सन के मेडिकल कराने से शुरू हुआ विवाद : डाक्टरों-पत्रकारों में जमकर हुई मारपीट : इंडिया टीवी, दिल्ली के पत्रकारों और राम मनोहर लोहिया अस्पताल, दिल्ली के डाक्टरों के बीच कुछ दिन पहले भीषण भिड़ंत होने की खबर है। डाक्टरों के दबाव में आकर पुलिस ने इंडिया टीवी के एक रिपोर्टर और कैमरामैन को जेल भेज दिया है। घटनाक्रम के अनुसार इंडिया टीवी के कैमरापर्सन शिव पाठक रात में घर जा रहे थे तो लुटेरों ने उनसे मारपीट की और कैमरा, नगदी व घड़ी समेत सारा सामान लूट लिया। अगले दिन शिव पाठक मंदिर मार्ग पुलिस स्टेशन पहुंचे तो पुलिस वालों ने मेडिकल कराने को कहा। मेडिकल कराने शिव पाठक राम मनोहर लोहिया अस्पताल गए। बताया जाता है कि वहां ड्यूटी पर केवल एक डाक्टर था। तुरंत मेडिकल करने के लिए वह डाक्टर तैयार नहीं हुआ। इसी बात पर कहासुनी हुई तो डाक्टर ने अस्पताल के अन्य स्टाफ को बुला लिया। बाद में शिव पाठक ने भी परिवार वालों को बुला लिया और इंडिया टीवी आफिस में खबर कर दी। सूचना मिलने पर आफिस से एक रिपोर्टर और एक कैमरामैन अस्पताल पुहंचे। सूत्रों का कहना है कि डाक्टर के अभद्रता करने के कारण इंडिया टीवी के लोगों ने डाक्टर व स्टाफ की पिटाई कर दी। इससे अस्पताल के डाक्टरों में रोष फैल गया। बाद में सभी डाक्टरों ने एकत्र होकर इंडिया टीवी के लोगों पर हमला बोल दिया।
कुल मिलाकर राम मनोहर लोहिया अस्पताल पत्रकारों और डाक्टरों के बीच जंग का अखाड़ा बन गया। सुबह डाक्टरों ने एकजुट होकर पुलिस पर नामजद रिपोर्ट लिखने और मीडियाकर्मियों को जेल भेजने के लिए दबाव बनाया। सूत्रों का कहना है कि डाक्टरों की संख्या ज्यादा देख और उनकी आक्रामकता को भांपते हुए पुलिस ने तुरंत नामजद रिपोर्ट लिखकर कैमरापर्सन और रिपोर्टर को जेल भेज दिया। शिव पाठक के बुरी तरह जख्मी होने की खबर है। उनका राम मनोहर लोहिया अस्पताल में ही इलाज चल रहा है। डाक्टरों का आरोप है कि मीडियाकर्मियों ने उनके साथ बदसलूकी की और पूरा प्रकरण अस्पताल के सीसीटीवी कैमरे में रिकार्ड है। उधर, इंडिया टीवी के स्टाफ का कहना है कि डाक्टरों ने लूट के शिकार कैमरापर्सन की मेडिकल करने में आनाकानी की तो इसका विरोध किया गया। इसी बात से डाक्टर भड़क गए। उधर, पता चला है कि राम मनोहर लोहिया अस्पताल के सीसीटवी कैमरे महीने भर से खराब हैं इसलिए इसमें घटना से संबंधित कोई भी रिकार्ड होने की उम्मीद नहीं है। फिलहाल दोनों पक्षों में बीच-बचाव कर समझौता किए जाने की तैयारी चल रही है। बताया जा रहा है कि जेल गए इंडिया टीवी के पत्रकार और कैमरापर्सन की जमानत जल्द हो जाएगी। इस मामले पर नजदीक से नजर रखने वालों का कहना है कि लड़ाई की वजह और कुछ नहीं बल्कि मीडिया कर्मियों और अस्पताल कर्मियों के बीच इगो की टकराहट रही। कोई भी पक्ष बात सुनने के लिए या धैर्य रखने के लिए तैयार नहीं था इसलिए बात बढ़ती चली गई। शक्ति प्रदर्शन के चक्कर में दोनों पक्ष एक दूसरे के प्रति हिंसक होते गए।