भड़ास4मीडिया के पास है ब्लैकमेलिंग का आडियो : अपने कानों से आप भी सुनें ‘ब्लैकमेलिंग वाणी’ : हरियाणा के रेवाड़ी जिले में भ्रष्ट पत्रकारों के खिलाफ अभियान चलाने वाले हिंदी दैनिक ‘अभी-अभी’ के ब्यूरो चीफ नरेंद्र वत्स ने जो ताजा धमाका किया है, उसे यहां उनके अखबार से साभार लेकर प्रकाशित किया जा रहा है। साथ ही, वो आडियो भी दिया जा रहा है, जिसे पीड़ित युवक ने अपने मोबाइल पर रिकार्ड किया है-
ब्लैकमेलिंग में फंसे दो पत्रकार
नरेंद्र वत्स
रेवाड़ी, 1 जुलाई । ”दिल्ली से आज तक, जीटीवी, एनडीटीवी, आईबीएन7 समेत पांच चैनलों के संवाददाता नारनौल आए थे। तेरे खिलाफ काफी शिकायतें मिली हैं। खबर रुकवाने के लिए राजेश शर्मा को दस लाख रुपये देने होंगे। पैसे घर पर मेरी छोटी बिटिया के पास भिजवा दो। इसके बाद मैं संभाल लूंगा।” यह फोन था शहर की पत्रकारिता की क्रीम में शामिल माने जाने वाले जयनारायण भारद्वाज का। उसी शख्स के पास कुछ देर बाद दूसरा फोन आता है। बातचीत में खुद को जीटीवी का रिपोर्टर राजेश शर्मा बताने वाला शख्स बोल रहा है, ”मैं राजेश शर्मा बोल रहा हूं। दिल्ली से आज तक, एनडीटीवी समेत पांच चैनलों के रिपोर्टर आए हुए हैं। बड़े चैनल के रिपोर्टर होने के कारण उनके साथ मेरा नारनौल जाना जरूरी था। वे आए तो थे दो गाड़ियों में, लेकिन बाद में मेरी ही गाड़ी में नारनौल गए थे। तेरा मामला अशोक जडेजा जैसा बता रहे थे। मेरा उनके साथ जाना तेरे लिए अच्छा रहा। वहां सौ-डेढ़ सौ लोग मौजूद थे, जिनके पास तेरे खिलाफ सबूत थे। मैंने सारे कागजात और तेरे फोटो अपने कब्जे में ले लिए हैं।”
बातचीत और आगे बढ़ती है- ”मैंने चैनलों के रिपोर्टरों को खाना खिलाने के बाद वापस भेज दिया है। इनको बता दिया है कि अपना बंदा है। ले-देकर मामले को रफा-दफा कर देंगे। तुम्हारी कोई खबर चैनलों पर नहीं चलेगी। 10 लाख भेज दो। मैं तुम्हें बेरल रोड पर दोनों फाटकों के बीच मिलता हूं। नहीं, चेक नहीं चलेगा। ऐसा करना पांच की बजाय 6 भेज दे, यह तेरे लिए ठीक रहेगा।”
इसी दौरान तीसरे फोन पर एक बार फिर संवाद होता है- ”तू पैसे लेकर नहीं आया। वो लोग फिर से नारनौल जा रहे हैं। तेरे खिलाफ एफआईआर कराने। तू जल्दी से कप्तान की कोठी के पास पान की दुकान पर आजा। मैं तुझे वहीं मिलूंगा। मेरे पास लाल रंग की कार है।”
यह सब बातचीत हुई है, बरेली निवासी इंद्रजीत पुत्र जतनपाल व रेवाड़ी के दो पत्रकारों के बीच। टीवी चैनलों में खबर रुकवाने के नाम पर 10 लाख रुपये मांगने वाले ये वे पत्रकार हैं जिनकी रिकार्डिंग पीड़ित युवक कर चुका है। चार बार हुई बातचीत की सीडी तैयार कर, एसपी राजेंद्र सिंह को शिकायत के साथ भेज दी गई है। एसपी ने मामले की जांच का काम डीएसपी पूर्णचंद पंवार को सौंप दिया है। मामला पूरी तरह पत्रकारिता के नाम पर ब्लैकमेल करने का है और आरोपी वे लोग हैं, जिन्होंने हाल ही में प्रशासन व नेताओं को एक सूची देकर बताया था कि शहर में सिर्फ वे ही लोग इमानदार पत्रकार हैं। ‘अभी-अभी’ ने करीब एक माह पूर्व शहर में पत्रकारिता की आड़ में धंधा करने वाले व लोगों को ब्लैकमेलिंग का शिकार बनाने वाले कई पत्रकारों के चेहरों से नकाब उतारने की एक मुहिम शुरू की थी। इस मुहिम से घबराए एक फर्जी वैद्य ने अपने साथ उन तमाम लोगों को जोड़ने का सफल प्रयास किया, जो लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को बदनाम करते हुए अपनी जेबें भरने का काम करते हैं। समाचार पत्र की मुहिम रंग लाई और लोगों ने भी ऐसे पत्रकारों को बेनकाब करने का काम शुरू कर दिया। इंद्रजीत नाम के इस शख्स को ब्लैकमेलिंग का शिकार बनाने के पीछे भी एक एक फर्जी वैद्य की भूमिका को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। जब अभी-अभी की मुहिम के चलते इन पत्रकारों को शहर के लोगों ने घास डालना जरूरी नहीं समझा, तो इस फर्जी वैद्य ने अपने समाचार पत्र के कार्यालय में अवैध रूप से पत्रकारिता का कार्य करने वाले एक युवक को राजेश शर्मा के साथ नारनौल भेज दिया। नारनौल में इन लोगों ने एक और कथित पत्रकार के साथ मिलकर इंद्रजीत को ब्लैकमेल करने का खाका तैयार किया। यहां यह बताना भी जरूरी है कि हाल ही में फर्जी वैद्य ने अपने अखबार को राष्ट्रीय बताकर जिन पत्रकारों को प्रशासन के सामने पत्रकारिता की क्रीम के रूप में पेश किया, ब्लैकमेलिंग के आरोप में शामिल इन दोनों पत्रकारों का नाम उस सूची में प्रमुखता के साथ लिखा गया है। मतलब साफ है कि अखबार का ज्यादा सरकुलेशन बताकर प्रशासन और नेताओं पर अपने धंधे चमकाने के लिए दबाव बनाने का इससे अच्छा मौका कोई और नहीं हो सकता। इन दोनों पत्रकारों के खिलाफ एसपी को दी गई शिकायत में इंद्रजीत ने प्रमाण के साथ कहा है कि नारनौल के किसी राहुल नामक युवक के इशारे पर इन दोनों पत्रकारों ने दिल्ली के बड़े चैनलों में उसे नंगा करने के नाम पर ब्लैकमेल किया। उसने दोनों की बातों को चार चरणों में रिकार्ड कर लिया, जिनकी सीडी एसपी को भी उपलब्ध करा दी गई है।
रेवाड़ी के डीएसपी पूर्णचंद पंवार ने बताया कि पुलिस अधीक्षक के यहां इंद्रजीत नाम के एक युवक ने राजेश शर्मा और जयनारायण भारद्वाज के खिलाफ ब्लैकमेलिंग की शिकायत दर्ज कराई है। सीडी और शिकायत दोनों की जांच शुरू कर दी गई है। सीडी में रिकॉर्ड बातचीत की पुष्टि होने के साथ ही आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया जाएगा।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बड़े चैनलों के पत्रकार बनकर नारनौल गए चार लोगों में रेवाड़ी के दो और ऐसे पत्रकार भी शामिल थे, जिनका नाम भ्रष्ट पत्रकारों की सूची में शामिल है। ‘अभी-अभी’ के पास ब्लैकमेलिंग से संबंधित सारी रिकार्डिंग व उसकी सीडी मौजूद है। पत्र ने जल्द ही इस क्रीम में शामिल दो और पत्रकारों को बेनकाब करने का निर्णय लिया है, जिनके खिलाफ प्रबुद्ध लोगों ने ठोस सुबूत उपलब्ध कराए हैं।