पत्रकारों और उनके परिजनों के कल्याण के लिए समर्पित ‘मीडिया नेस्ट’ ने आज एक वर्ष पूरा कर लिया। इस मौके पर यूपी प्रेस क्लब में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें कई वरिष्ठ पत्रकारों ने हिस्सा लिया। ‘बच्चों के लिए मीडिया’ नामक इस आयोजन में दैनिक हिन्दुस्तान, लखनऊ के सम्पादक नवीन जोशी ने कहा कि बच्चों का मुद्दा एक बड़ा मुद्दा है इसे बातों में टरकाया नहीं जा सकता है। आजकल के समाचार पत्र और न्यूज चैनल सरकुलेशन व टीआरपी पर ज्यादा ध्यान देते हैं लेकिन उनको बच्चों की खबरों को छापने से कोई रोकता नहीं है। बच्चों के मुद्दों पर संवेदनशीलता से सोचने और काम करने से कोई रोक नहीं सकता है।
कार्यक्रम में यूनीसेफ की उत्तर प्रदेश की राज्य प्रतिनिधि एडेल खुर्द ने कहा कि गरीब अनाथ और समाज से तिस्कृत बच्चों के सम्बन्ध में अध्ययन करके उनको समाज की मुख्यधारा से जोड़ने की जरुरत है। इन बच्चों को दया की जरूरत नहीं, बल्कि उनसे प्यार करने कर जरुरत है। आयोजन में मुख्य वक्ता के रूप में बीबीसी के संतोष जैकब व राम दत्त त्रिपाठी, प्रेस क्लब आफ इण्डिया नई दिल्ली के महासचिव पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ट, यूनीसेफ के अगस्टीन वेलिएथ, केके नय्यर ने अपने विचार व्यक्त किए। ‘मीडिया नेस्ट’ की महामंत्री कुलसुम तल्हा ने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से उत्तर प्रदेश के उपेक्षित बच्चों की समस्याओं को जानने-सुनने, उनके दुखों व कष्टों को उजागर करने के साथ-साथ उसके निराकाण का प्रयास किया जाता है।
ज्ञात हो कि ‘मीडिया नेस्ट’ के मुख्य संरक्षक वरिष्ठ पत्रकार कुलदीप नैय्यर हैं। उसके अन्य संरक्षक हैं- नवीन जोशी, बीबीसी के राज्य प्रतिनिधि राम दत्त त्रिपाठी, वरिष्ट पत्रकार केके नायर और शरत प्रधान। कार्यक्रम की शुरुआत बाल दिवस की पूर्व संध्या पर महिलाओं के स्वास्थ्य व बेटा-बेटी में फर्क दूर करने का काम करने वाले एनजीओ ‘सहयोग’ से की गई। इस अवसर पर ‘सहयोग’ की डा. नीलम सिंह और रुपरेखा वर्मा ने युवा नीति बनाने की मांग उठाई। प्रेस विज्ञप्ति