फैजाबाद (यूपी) में एक मोबाइल न्यूज एजेंसी द्वारा महिला से दुराचार और गर्भपात संबंधित एक समाचार प्रसारित किए जाने का मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। जानकारी के अनुसार अंबेडकर नगर निवासी एक महिला पिछले तीन माह से मंडल कारागार, फैजाबाद में बंद है। इस महिला के साथ सामूहिक दुराचार और गर्भपात की खबर मोबाइल न्यूज एजेंसी ने प्रसारित कर दी। इस सूचना के आधार पर एक टीवी न्यूज चैनल ने खबर को अपने चैनल पर फ्लैश भी कर दिया। जिला प्रशासन ने जब इस मामले की जब अपने स्तर पर तहकीकात की तो पता चला कि यह घटना हुई ही नहीं है। खुद महिला और उसके पति ने बाद में मीडिया के सामने बयान दिया कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। महिला के मुताबिक जेल में शौच के दौरान घड़ा ले जाते वक्त वह गिर पड़ी जिससे गर्भपात हो गया।
इस मसले पर उत्तर प्रदेश जर्नलिस्ट एसोसिएशन के जिला महामंत्री बनवीर सिंह ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर संबंधित समाचार एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। इस मामले में जिलाधिकारी ने सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के निदेशक को पत्र लिखा और भ्रामक खबर चलाने वाले मीडियाकर्मियों के उच्चाधिकारियों के संज्ञान में इस प्रकरण को लाने व जांच कराने को कहा। पत्र की एक प्रतिलिपि फैजाबाद के एसएसपी को भी भेजी गई है। उधर,समाचार एजेंसी से जुड़े पत्रकारों का कहना है कि महिला ने कैमरे के सामने बयान दिया है कि उसके साथ दुराचार किया गया, जिसके चलते उसका गर्भ गिर गया। खबर फ्लैश होने के बाद प्रशासन ने महिला कैदी को अपने दबाव में ले लिया। जेल में बंद महिला कैदी को अपना बयान बदलना पड़ा। इस एजेंसी से जुड़े लोगों का कहना है कि इस गंभीर मसले की किसी निष्पक्ष एजेंसी से जांच कराई जाए तो सच्चाई सामने आ जाएगी।