कैंसर ने दो पत्रकारों को हम लोगों से छीन लिया। अमिता मलिक और मोहनलाल दीक्षित इस दुनिया में नहीं रहे। चर्चित पत्रकार और फिल्म आलोचक अमिता मलिक का शुक्रवार को दिल्ली के कैलाश अस्पताल में निधन हुआ। उनकी उम्र 87 वर्ष थी। अमिता रक्त कैंसर से जूझ रहीं थीं। भारतीय मीडिया की पहली महिला कही जाने वाली अमिता को रक्त कैंसर से हालत बिगड़ने के चलते दो हफ्ते पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। दूसरी दुखद खबर उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले से है। पश्चिमी यूपी में अपराध की रिपोर्टिंग के पुरोधा माने जाने वाले मोहन लाल दीक्षित का बीते दिनों कैंसर के चलते निधन हो गया। नौजवानी के दिनों में युवक कांग्रेस के नेता रहे मोहनलाल ने राजनीति से मोहभंग के बाद कलम को हथियार बना लिया।
मोहनलाल वैसे तो हाथरस में जन्मे और पले-बढ़े लेकिन बाद में वे अलीगढ़ में आकर बस गए। शुरुआत में काफी समय तक अलीगढ़ के स्थानीय अखबार प्रावदा में कार्यरत रहे। वर्ष 1983 में दैनिक जागरण, अलीगढ़ के साथ हो लिए। तबसे वे दैनिक जागरण में ही थे। सीनियर सब एडीटर के तौर पर 60 वर्ष की उम्र पूरी होने के चलते पिछले वर्ष जुलाई महीने में वे संस्थान से रिटायर हो गए। मोहनलाल दीक्षित के बारे में बताया जाता है कि पश्चिमी यूपी के अपराध मनोविज्ञान, गिरोहों, अपराध की धाराओं आदि के बारे में संपूर्ण जानकारी रखते थे। जटिल अपराधों के हल के लिए पुलिस अधिकारी मोहनलाल से विचार-विमर्श किया करते थे।
इन दोनों पत्रकारों को भड़ास4मीडिया की तरफ से श्रद्धांजलि।