दोनों अधिकारी आये थे नक्सल क्षेत्र का हाल जानने : देश में बढ़ रही नक्सली गतिविधियों के मद्देनजर मंगलवार को उत्तर प्रदेश सरकार के दो आला हाकिम- प्रमुख सचिव गृह महेश कुमार गुप्ता व एडीजी कानून व्यवस्था बृजलाल उत्तर प्रदेश के अति नक्सल प्रभावित जिले सोनभद्र में जमीनी हकीकत जानने आये थे। इसके लिए पुलिस लाइन चुर्क में दोनों अधिकारी हेलीकाप्टर से दस बजे उतरे। इसके बाद पुलिस लाइन सभागार में चंदौली, मीरजापुर व सोनभद्र के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक शुरू हुई। 11 बजे प्रेसवार्ता के नाम पर जनपद के तमाम इलेक्ट्रानिक व प्रिंट मीडिया से जुड़े पत्रकारों को बुला लिया गया।
11 बजे से 2 बजे तक पत्रकार पुलिस लाइन के परिसर में टहलते रहें। इधर-उधर कुर्सी मिलने पर कुछ पत्रकार बैठ गये। इसके अलावा कई पत्रकार चार घंटे से खड़े-खड़े मायूस हो चले थे। इसी बीच ईंधन लेकर हेलीकाप्टर दुबारा परिसर में आ पहुंचा। पत्रकारों ने जब प्रेसवार्ता का समय पूछा तो कुछ पुलिस अधिकारियों द्वारा बताया गया कि 1 बजे लंच था, 2 बज गया है, देखिये कब होता है। इसके बाद वहां मौजूद तमाम पत्रकारों ने वार्ता का बहिष्कार कर दिया और वहां से चल दिये। इसके बाद अपर पुलिस अधीक्षक और कुछ क्षेत्राधिकारी काफी दूर तक पत्रकारों की मान-मनोव्वल में लगे लेकिन किसी ने दोनों अधिकारियों से बात करना मुनासिब नहीं समझा। तमाम पत्रकारों का कहना था कि अभी एक माह पूर्व यहीं एडीजी रेनुकूट में नक्सल प्रभावित चार राज्यों छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, बिहार व झारखण्ड के उच्चाधिकारियों के साथ नक्सल क्षेत्र की समस्या पर बैठक किये थे लेकिन उसके बाद भी नक्सल क्षेत्रों में विकास का बुरा हाल है। हेलीकाप्टर से आकर ये लोग नक्सल समस्या का समाधान करना चाहते है। इस बारे में सिर्फ इतना ही कहा जा सकता कि आसमान से देखी नहीं जाती जमीनी हकीकत।