पूर्व छात्रों के मिलन समारोह में पहुंचे मीडिया के दिग्गज पत्रकार
खबरों की दौड़ में हर वक्त एक-दूसरे को पछाड़ने में लगे मीडियाकर्मियों के लिए कम ही मौके होते हैं जब वो इससे इतर कुछ पल खुद के लिए व दोस्तों के लिए निकाल पाते हैं, जी पाते हैं। शनिवार का दिन ऐसा ही था। विभिन्न मीडिया हाउसों के पत्रकार एक ही स्थान पर पर उपस्थित हुए। इनके बीच न तो खबरों के लिए आपाधापी थी और न टीआरपी के लिए हायहाय। मौका था, आईआईएमसी में पूर्व छात्रों के मिलन का।
देश के नंबर एक और सबसे प्रतिष्ठित पत्रकारिता संस्थान ‘भारतीय जन संचार संस्थान’ के पूर्व छात्रों का यह मिलन समारोह इसी संस्थान के कैंपस में शनिवार को आयोजित किया गया। इसमें देश के हिंदी न्यूज चैनलों और अखबारों के दर्जनों दिग्गजों समेत 250 से अधिक पत्रकार शामिल हुए। समारोह में पहुंचने वाले आईआईएमसी के हिंदी पत्रकारिता विभाग के पूर्व छात्रों में न्यूज 24 से सुप्रिय प्रसाद, विकास मिश्र, अशोक कौशिक एवं रविंद्र रंजन, आज तक से राणा यशवंत, संजय सिन्हा एवं प्रमोद चौहान, दिल्ली आज तक के मधुकांत, स्टार न्यूज से संगीता तिवारी, सुभाष कदम, उत्पल चौधरी एवं नवीन कुमार, एनडीटीवी इंडिया के सुशील बहुगुणा, उमाशंकर सिंह, पार्थसारथी, जी न्यूज के राजीव रंजन झा, इंडिया न्यूज के अनुरंजन झा, आईबीएन 7 के विक्रांत यादव, डीडी न्यूज के मिहिर दूबे, साकाल के उमेश चतुर्वेदी, बीबीसी हिंदी के सुशील झा एवं पाणिनी आनंद, वार्ता के विनोद विप्लव और मुकेश कौशिक, भाषा के पीके मोहंती, दैनिक जागरण के नेशनल एचआर हेड एडीटोरियल डा. उपेंद्र पांडे, नई दुनिया से रास बिहारी, नवभारत टाइम्स के रमेश तिवारी, ईटी हिंदी के भुवन भास्कर, इंडिया टुडे के सुरेश कुमार एवं वरिष्ठ पत्रकार वर्तिका नंदा और शंभुनाथ सिंह आदि थे। इससे पहले कार्यक्रम के शुरुआत में उदघाटन का दायित्व मुख्य अतिथि एवं ‘भारतीय जनसंचार संस्थान’ की निदेशिका स्तुति कक्कड़ ने दीप प्रज्ज्वलित कर निभाया। इस मौके पर हिंदी पत्रकारिता विभाग के पूर्व पाठ्यक्रम निदेशकों को सम्मानित किया गया। इसमें रामजी लाल जांगिड (1987-2001), सुभाष धूलिया (2003-06) एवं प्रदीप माथुर (2006-08) थे। पूर्व छात्रों का परिचय भी हुआ। इस दौरान सभी बैच के पूर्व छात्रों ने बारी-बारी से मंच पर पहुंच कर अपना परिचय दिया एवं संस्थान से जुड़ी अपनी पुरानी यादों को सबके साथ साझा किया। इस दौरान पूर्व आईआईएमसियन में अपने बैच के छात्रों के साथ फोटो खिंचाने की होड़ लगी रही ताकि यादों को सहेज कर रख सकें। मिलन समारोह कार्यक्रम के संयोजक एवं हिंदी पत्रकारिता विभाग के वर्तमान पाठ्यक्रम निदेशक डा. आनंद प्रधान ने सबका आभार व्यक्त किया। इस मौके पर कई पूर्व आईआईएमसियन छात्रों ने जो इन दिनों में मीडिया में वरिष्ठ पदों पर हैं, इस बैच के कुछ छात्रों को अपन-अपने संस्थानों में सेवा का मौका देने की घोषणा की। कई लोगों ने आईआईएमसी में मास्टर डिग्री का कोर्स जल्द से जल्द शुरू कराने के लिए सरकार पर दबाव बनाने के लिए मिलकर प्रयास करने पर विचार-विमर्श किया।