इसे मार्केट कंपटीशन कहें या मार्केटिंग फंडा, ‘इंडिया टुडे’ जैसी लोकप्रिय पत्रिका को शीर्ष पर बनाए रखने के लिए प्रबंधन पिछले कई महीनों से इस पत्रिका के साथ कई पेजों की एक पत्रिका मुफ्त दे रहा है। ‘इंडिया टुडे’ का दाम इस अतिरिक्त पत्रिका के चलते बढ़ाया नहीं गया है। मतलब, पत्रिका के साथ एक और पत्रिका, बिना कोई अतिरिक्त कीमत लिए फ्री में दी जा रही है। फ्री दी जा रही पत्रिका का नाम है ‘इंडिया टुडे स्त्री’। यह पत्रिका 56 पेजों की है और महिलाओं पर आधारित है।
इस मैग्जीन में कई मशहूर महिला पत्रकारों ने महिलाओं के मुद्दों पर आलेख लिखे हैं। साथ ही महिलाओं के जीवन से जुड़े विविध पहलुओं फैशन, ब्यूटी, करियर पर भी काफी कुछ है। वैसे, ‘इंडिया टुडे स्त्री’ की संपादकीय टीम काफी हद तक ‘इंडिया टुडे’ वाली ही है। ‘मेगा वैल्यू ऑफर’ के तहत इस पत्रिका को दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश आदि राज्यों के 20 बडे़ शहरों में मुफ्त दिया जा रहा है। बताया जा रहा है कि मैग्जीन मार्केट में टफ कंपटीशन के चलते इंडिया टुडे प्रबंधन किसी हाल में दूसरी पत्रिकाओं को आगे निकलने का मौका नहीं देना चाहता। इसलिए वह अपने पाठकों को कुछ ऐसा दे रहा है ताकि पाठक किसी दूसरी मैग्जीन की ओर रुख न कर सकें। पाठकों की भी बल्ले-बल्ले है- एक दाम में पूरे परिवार के लिए दो मैग्जीनों का तोहफा जो मिल रहा है। उधर, कुछ लोगों का कहना है कि महिलाओं की कई मैग्जीन होने के चलते इंडिया टुडे समूह अपनी महिला मैग्जीन को जमाने के लिए इसे फिलहाल मुफ्त में इंडिया टुडे के पाठकों को दे रहा है। बाद में जब लोग इस महिला मैग्जीन को पसंद करने लगेंगे तो स्कीम खत्म कर दाम के साथ बेचा जाएगा।