20 वर्षों से प्रिंट व इलेक्ट्रानिक मीडिया में सक्रिय और बेस्ट वोमैन जर्नलिस्ट का एवार्ड पा चुकीं अरुणा सिंह ने जिस सपने को कभी देखा था, आज उसे मूर्त रूप दे चुकी हैं। सपना था एक ऐसे मीडिया प्रशिक्षण संस्थान का जहां से मीडिया इंडस्ट्री का बेस्ट टैलेंट निकले। संस्थानों-स्कूलों की भीड़ में एक और नया संस्थान खोलना तो आसान होता है पर सर्वोत्कृष्ट क्वालिटी देने का दावा करना मुश्किल है। ‘महिला संघर्ष का शंखनाद’ किताब की लेखिका अरुणा के मुताबिक, ‘लगातार खुल रहे चैनलों और न्यूजपेपर्स के चलते जॉब के चांस बढ़ते जा रहे हैं। लेकिन बदलते जमाने के साथ मीडिया फील्ड की चुनौतियां भी तेजी से बदली व बढ़ी हैं। खबर सबसे पहले – इस तरह की पंचलाइन से साफ हो जाता है कि मीडिया में अपने कंपटीटर को यदि पछाड़ना है तो खबर पुख्ता जानकारी के साथ सबसे पहले देनी होगी।
मीडिया के इस ट्रेंड से ही अब प्रोफेशनल लोगों की जरूरत कहीं ज्यादा महसूस होने लगी है। यही वजह है कि आज कोई भी न्यूज़ चैनल, अखबार या मीडिया कंपनी अपने मुताबिक प्रोफेशनल लोगों की डिमांड करती है। मीडिया प्रोफेशनल्स तैयार करने के लिए आज देश के कोने-कोने में मीडिया इंस्टीट्यूटस खुल गए हैं लेकिन जहां तक बात है ‘पर्पल रोज आर्ट्स एंड मीडिया इंस्टीट्यूट’ (Purple Rose Arts & Media Institute) की तो ये एक ऐसा अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्थान है जिसने मीडिया प्रशिक्षण के क्षेत्र में पेशेवर और अनुभवी टीम के साथ बदलते दौर के मुताबिक प्रोफेशनल्स तैयार करने का प्रण लिया है।
‘पर्पल रोज आर्ट्स एंड मीडिया इंस्टीट्यूट’ की सीईओ अरूणा सिंह ने बताया कि इस संस्थान का मुख्य उद्देश्य ऐसे मीडिया प्रोफेशनल्स तैयार करना है जो मीडिया कंपनियों की कसौटी पर खरी उतर सकें। इंस्टीट्यूट की खास बात बताते हुए उन्होंने कहा कि मीडिया का करियर कैमरे के सामने माईक पकड़कर बोलने और रिपोर्टिंग तक ही सीमित नहीं है बल्कि स्क्रिप्टिंग, न्यूज़ एंकरिंग, रेडियो जॉकी, कैमरा, वीडियो एडिटिंग, वीओ आर्टिस्ट, टीवी प्रोडक्शन, अनुवादक आदि तरह के कार्य व अवसर हैं। यह सब स्टूडेंट्स के रुझान पर निर्भर करता है कि उन्हें क्या अच्छा लगता है।
श्रीमती अरूणा ने बताया है कि सबसे पहले हम बच्चों की रुचि को भांपते हैं। उसके मुताबिक ही उन्हें Purple Rose Arts & Media Institute के कोर्स में प्रवेश लेने की सलाह देते हैं। उन्होंने बताया कि ये संस्थान अन्य मीडिया इंस्टीट्यूट के मुकाबले इसलिए बेहतर माना जाता है क्योंकि यहां बच्चों को न केवल राष्ट्रीय स्तर की जरूरत के हिसाब से तैयार किया जाता है बल्कि मीडिया के अंतरराष्ट्रीय चलन और तकनीक से भी स्टूडेंट्स को अवगत कराया जाता है। इसके लिए बच्चों को कोर्स के दौरान विशेष रूप से ट्रेनिंग के लिए सिंगापुर भेजा जाता है। उन्होंने बताया कि Purple Rose Arts & Media Institute में न केवल मीडिया की अनुभवी फैकल्टी द्वारा ट्रेनिंग दी जाती है बल्कि कोर्स के बाद प्लेसमेंट भी दी जाती है। इसके लिए देश-विदेश के कई लीडिंग न्यूज चैनल, अखबार और मीडिया कंपनियों से टाइअप हो चुका है। श्रीमती सिंह ने बताया कि Purple Rose Arts & Media Institute में वैसे तो मीडिया के हर पहलू को ध्यान में रखकर कोर्स कराए जाते हैं लेकिन फैशन, फिल्म और लाइफ स्टाइल की खबरों में तेजी को देखते हुए Fashion & Lifestyle Journalism का विशेष कोर्स भी कराया जाता है।
इस नए मीडिया इंस्टीट्यूट के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए आप क्लिक कर सकते हैं – पर्पल रोज एंड मीडिया इंस्टीट्यूट