सांसद और बैग फिल्म लिमिटेड के निदेशक राजीव शुक्ला का पिछले दिनों मुंबई स्थित ब्रीच कैंडी हास्पिटल में हृदय की बाइपास सर्जरी की गई। सूत्रों के अनुसार राजीव को पहले से ही हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत थी। पिछले दिनों राजीव ने रुटीन हेल्थ चेकअप एस्कार्ट हर्ट इंस्टीट्यूट के चेयरमैन और मशहूर डाक्टर अशोक सेठ की निगरानी में कराया तो पता चला कि उनकी आर्टिलरी ब्लाक है। 10 वर्ष पहले राजीव की एंजियोप्लास्टी हो चुकी है, इसलिए डाक्टरों ने अबकी बायपास सर्जरी कराने को ज्यादा बेहतर माना।
डा. सेठ की सलाह पर अमल करते हुए राजीव ने विख्यात हृदय रोग विशेषज्ञ और एशियन हर्ट इंस्टीट्यूट के वाइस चेयरमैन डा. रमाकांत पांडा की निगरानी में बाइपास सर्जरी कराई। डा.पांडा के नेतृत्व में डाक्टरों की टीम ने मुंबई स्थित ब्रीच कैंडी हास्टिपल में राजीव का आपरेशन किया और ब्लाकेज को सफलतापूर्वक हटा दिया। राजीव अस्पताल से मुक्त होकर इन दिनों मुंबई स्थित अपने निवास पर डाक्टरों की निगरानी में स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं। उनका स्वास्थ्य सामान्य है। ज्ञात हो कि डा. रमाकांत पांडा के ही नेतृत्व में डाक्टरों की टीम ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के हृदय की बाइपास सर्जरी की थी।
वरिष्ठ पत्रकार और सीएनईबी न्यूज चैनल के सलाहकार आलोक तोमर को श्वांस नली में जटिल इंफेक्शन के कारण बीते दिनों एम्स में भर्ती कराया गया। सिगरेट पीने की लत से आलोक की श्वांस नली जाम हो गई थी। सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। एम्स के डाक्टरों की एक टीम ने श्वांस नली को नेबोलाइज किया। स्टेरायड के इंजेक्शन दिए ताकि खून के अंदर आक्सीजन लेवल ठीक हो सके। सात दिन तक चले इलाज के बाद डाक्टरों ने आलोक तोमर को आइंदा सिगरेट न पीने की भी कसम दिलाई। आलोक अब स्वस्थ हैं और घर आ चुके हैं।
भड़ास4मीडिया से बातचीत में आलोक तोमर ने कहा कि दुनिया ने पहले दारू छुड़वाई, डाक्टरों ने अब सिगरेट से तौबा करा दिया। शरीर का अधिकतम दुरुपयोग करने के चलते ही मुझे एम्स जाना पड़ गया। आलोक तोमर के मुताबिक- ‘गनीमत है, केवल लंग्स में इनफेक्शन हुआ, मैं तो सोच रहा था कि कहीं हर्ट में कोई छेद न हो गया हो। आगे से अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने की कोशिश करूंगा।’
ज्ञात हो कि जिन दिनों आलोक एम्स में श्वांस नली में इंफेक्शन का इलाज करा रहे थे, उन्हीं दिनों पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का भी इसी रोग का इलाज चल रहा था।