हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने प्रदेश के कलमकारों से आह्वान किया है कि वह अपनी कलम का इस्तेमाल निर्भीक होकर करें तभी पत्रकारिता का लाभ समाज तक पहुंच सकेगा। मुख्यमंत्री मानव रचना इंटरनेशनल यूनिविर्सटी के कम्यूनिटी रेडियो स्टेशन ‘रेडियो मानव रचना 107.8 मेगाहार्ट’ का शुभारंभ करने के बाद हरियाणा पत्रकार संघ के प्रदेश स्तरीय वार्षिक सम्मेलन में उपस्थित मीडियाकर्मियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वास्तव में पत्रकारिता ही वह सशक्त माध्यम है जिसके जरिये हम सीधे तौर पर स्पष्ट संवाद कर सकते हैं किंतु यह तभी संभव है जब कलमकार किसी दबाव में न आकर स्वतंत्र रूप से अपनी लेखनी का इस्तेमाल करें। सही मायने में देखा जाए तो कलम की धार तलवार की धार से कहीं ज्यादा तेज होती है। उन्होंने स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री स्व. पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा चौथे स्तंभ को स्वतंत्र रखने के संदर्भ में तय किए गए मापदण्डों का जिक्र करते हुए कहा कि नेहरू ने यह जानते हुए भी कि कुछ लोग पत्रकारिता की स्वतंत्रता का गलत उपयोग कर सकते है, उन्होंने पत्रकारिता का गला नहीं घुटने दिया और पत्रकारिता को स्वतंत्र श्रेणी में रखा।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर हरियाणा पत्रकार संघ द्वारा पत्रकारों को आवासीय व स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं उपलब्ध कराने के संदर्भ में रखी गई मांगों पर खुले रूप से तो कोई टिप्पणी नहीं की किंतु इतना आश्वस्त जरूर किया कि इन सभी मांगों के संदर्भ में सकारात्मक सोच बनाकर कोई न कोई निर्णय भविष्य में लिया जा सकता है। इंडियन यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष व कार्यक्रम के अध्यक्ष सुरेश अखोरी ने पत्रकारों के समक्ष पेश आने वाली दिक्कतों को प्रमुखता से उठाया तथा मंचासीन मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि वह पत्रकारों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए उनके निराकरण के लिए आवश्यक कदम उठाएं।
प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य एस.एन. सिन्हा ने पत्रकारिता के पेश में शामिल लोगों को हर संभव सुविधा उपलब्ध कराए जाने की वकालत करते हुए कहा कि पत्रकार किसी भी परेशानी की परवाह किए बगैर अपने काम को अंजाम देता है और इस दौरान उसे भारी दिक्कतों का भी सामना करता पड़ता है। ऐसे में अगर किसी पत्रकार के समक्ष कोई परेशानी पेश आती है तो सरकार का यह दायित्व बन जाता है कि वह पत्रकार के हितों को ध्यान में रखते हुए उसकी हर संभव मदद करें।
हरियाणा पत्रकार संघ के प्रदेश अध्यक्ष के.बी.पंडित ने मुख्यमंत्री के समक्ष मांगों का पिटारा खोल डाला। श्री पंडित ने पत्रकारों को सरकार द्वारा एक लाख रुपये की बीमा योजना, सरकारी अस्पतालों में पत्रकारों का निःशुल्क इलाज, किलोमीटर स्कीम में बदलाव के साथ-साथ पत्रकारों को वकीलों की तरह ही हुडा के प्लाटों में आरक्षण देने की मांग की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री हुड्डा ने उत्कृष्ट कार्यों के लिए डीएसपी विजिलेंस रमेशपाल, किसान नेता सतबीर डागर, उद्योगपति आर.के.चिलाना, उद्योगपति अनिल जिंदल, उद्योगपति पी.डी. लखानी, उद्योगपति चित्रा रखेजा, मानव रचना इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के चांसलर डा.ओ.पी. भल्ल्भा, टेलीफोन विभाग के प्रबंधक श्री भारद्वाज, सीबीएसई टॉपर तन्वी अग्रवाल के अलावा आईआईटी टॉपर नितिन जैन के लिए उनके उनके माता-पिता को सम्मानित किया। इस मौके पर अतिरिक्त मुख्य सचिव के.के. खण्डेलवाल, संसदीय सचिव शारदा राठौर, विजय प्रताप सिंह, जिला अध्यक्ष बी.आर.ओझा, मानव रचना इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के वाइस प्रेसीडेंट प्रशांत भल्ला, संयुक्त प्रेसींडेट अमित भल्ला, उद्योगपति एसके बत्रा, आईजे कालिया, नवदीप चावला, बंजर भूमि विकास निगम के चेयरमैन आनन्द कौशिक, वासदेव सलूजा, वरिष्ठ उपमहापौर पं शिवचरणलाल शर्मा, पार्षद सीमा त्रिखा, अश्विनी त्रिखा, श्यामसुन्दर कपूर, उपमहापौर बसंत विरमानी, मोहम्मद बिलाल, विजय चंदीला, राजन ओझा, हरेन्द्र राणा, फूलचंद भड़ाना, कौशल बाठला, गोपाल शर्मा, नैनपाल रावत के अलावा सैकड़ों की तादाद में पत्रकार, राजनेता व शिक्षाविद् मौजूद थे।