इलाहाबाद शहर का एक ऐसा वाकया कि सिर शर्म से गड़ जाए। इस जमाने में मीडियाकर्मियों की हरकत जो न कराए। हुआ ही कुछ ऐसा कि युवा जोड़ा, उनके परिजन और डीआईजी दो बड़े अखबारों के फोटोग्राफरों की करतूत से भौचक्के रह गए। लेकिन लाचारी इस बात की रही कि ये नितांत अशोभनीय हरकत प्रेस फोटोग्राफरों ने की थी। दिन सोमवार, 27 जुलाई की दोपहर। हिंदी के दो बड़े अखबारों के फोटोग्राफर अनायास टहलते हुए शहर के एक पार्क में जा पहुंचे। उन्होंने वहां सन्नाटे में एक कार खड़ी देखी। उन्हें जाने क्या सूझी कि दोनों जा पहुंचे कार के पास और शीशा खटखटाने लगे। कार का दरवाजा नहीं खुला तो दोनों का शक और बढ़ गया कि कुछ गड़बड़ जरुर है। इस बीच दोनों ने अन्य अखबारों के रिपोर्टरों, फोटोग्राफरों को भी बुला लिया। साथ ही इलाहाबाद के डीआईजी चन्द्र प्रकाश को फ़ोन कर बता दिया की पार्क में एक कार के अन्दर प्रेमी युगल बंद गाड़ी में इश्क लड़ा रहा है।
दोनों फोटोग्राफरों ने स्वयं जोर लगाकर उस कार का दरवाजा खोलने की कोशिश की। तब तक डीआईजी भी अपने लाव लश्कर के साथ मौके पर पहुंच गए। पहले उन्होंने माजरा समझने की कोशिश की लेकिन दोनों प्रेस फोटोग्राफरों ने दबाव बनाया कि कार का दरवाजा खुलवाकर इसकी तलाशी ली जाये। तभी कार के अन्दर बैठे युवा जोड़े ने दरवाजा खोल दिया। पुलिस ने देखा कि दोनों सलीके से बैठे आपस में कुछ बतिया रहे हैं। दोनों इसलिए बाहर नहीं आ रहे थे कि दोनों प्रेस फोटोग्राफरों की हरकतों से डर गए थे।
उधर, दोनों प्रेस फोटोग्राफर अपनी जिद पर अड़े रहे। वे चाहते थे कि जोड़े को थाने ले जाकर पूछताछ की जाए। दबाव में डीआईजी ने भी जोड़े को थाने ले जाकर पूछताछ का पुलिस को आदेश दे दिया। थाने में पुलिस ने जब दोनों से पूछताछ शुरू की तो मामला कुछ और ही निकला। इस बीच पूरे वाकये की सूचना उनके परिजनों को भी मिल चुकी थी। वे भी थाने पहुंच गए। उन्होंने पुलिस को बताया कि ये दोनों तो मंगेतर हैं और कुछ ही दिनों बाद इनकी शादी होने वाली है। इतना सुनते ही पुलिस और वहां मौजूद अन्य मीडियाकर्मियों के होश उड़ गए कि कहां से इन दोनों फोटोग्राफरों के चक्कर में पड़े। युवा जोड़े के परिजनों को भी दोनों प्रेस फोटोग्राफरों की करतूत पर गुस्सा आया लेकिन वे खून का घूंट पीकर रह गए। ऐसी ही लाचारगी पुलिस की भी रही। वह भी बगलें झांकने लगी। मीडिया के रोबदाब के चलते कोई कुछ कहने में असमर्थ रहा। इसके बाद परिजन युगल के साथ अपने घर लौट गए। बेशर्म प्रेस फोटोग्राफर भी खीस निपोरते हुए आंख बचाकर धीरे से खिसक लिए।