उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में दो पत्रकारों पर नौकरी दिलाने के बहाने लोगों से पैसे ऐंठने के मामले में नगर कोतवाली सुल्तानपुर में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. इनमें से एक हैं राष्ट्रीय सहारा के आसिफ बेग. उन पर आरोप है कि उन्होंने उत्तर प्रदेश परिवहन निगम में नौकरी दिलाने के नाम पर कई लोगों से डेढ़- डेढ़ लाख रुपए वसूल लिए और फर्जी नियुक्ति पत्र पकड़ा दिया. जब भुक्त भोगी अपना नियुक्ति पत्र लेकर सम्बंधित कार्यालय पहुंचा तो मामले का खुलासा हुआ.
इस पर उसने आसिफ से अपने पैसे मांगने शुरू कर दिए. लेकिन आसिफ उन्हें पत्रकारिता का रौब दिखाकर धमकी देता था और फर्जी मामले में फसवा देने की बात करता था. भुक्त भोगी ने परेशान होकर नगर कोतवाली सुल्तानपुर में आसिफ बेग के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया. बताया जाता है कि मुकदमा दर्ज होने की जानकारी होते ही आसिफ बेग घर से फरार है और पुलिस उसकी तलाश में लगी है.
दूसरा मामला सुल्तानपुर के एक और पत्रकार असगर नकी का है जो अपने आप को दैनिक यूनाइटेड भारत का पत्रकार बताता है. उस पर सुल्तानपुर के पूर्वी रेलवे कालोनी निवासी असफ्जमा ने आरोप लगाया है कि असगर नकी ने उनके बेटे रजा रहबर को शिक्षा विभाग में क्लर्क की नौकरी दिलाने के नाम पर डेढ़ लाख रुपए की रकम वसूल की है. इस काम में असगर का भाई मो. नकी भी उसके साथ था.
इन दोनों ने डेढ़ साल पहले असफ्जमा को गुमराह किया और बताया की उनके सम्बन्ध बेसिक शिक्षा अधिकारी से बहुत अच्छे संबंध हैं और वे उनके बेटे को क्लर्क की नौकरी दिला देंगे. लेकिन जब रुपए देने के बाद भी रजा रहबर को नौकरी नहीं मिली तो असफ्जमा ने रुपए वापस मांगे. असगर टालमटोल करने लगा. जब डेढ़ साल बाद भी असफ्जमा के बेटे को न नौकरी मिली न पैसा तो उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दे दी. पुलिस ने असगर नकी और उसके भाई मो. नकी के खिलाफ ३१३७/९ की धारा ४१९/४२०/५०४/५०६ आई पी सी के तहत जालसाजी का मुकदमा दर्ज कर लिया है. दोनों घर से फरार हैं.