बिहार के बेगूसराय जिले में लुटेरों की करतूत का खुलासा करने वाले पत्रकार को ही पुलिस ने लुटेरा बना दिया। मामला बरौनी जंक्शन का है जहां शाहिद अली नामक हिंदुस्तान के रिपोर्टर ने टाटा छपरा एक्सप्रेस में लूट की खबर को छापने की जुर्रत कर दी। जीआरपी थानेदार ईश्वरचंद विद्यासागर ने लूट की घटना पर लीपापोती कर दी थी। बताया जा रहा है कि लुटेरे स्थानीय थे, लिहाजा पुलिस ने मोटी रकम लेकर पीड़ित यात्रियों को डरा-धमका दिया और थाने से विदा कर दिया।
जब इस मामले की भनक शाहिद को लगी तो उसने तहकीकात के बाद रिपोर्ट फाइल कर दी और अगले दिन हिंदुस्तान में इसका प्रकाशन हो गया। इस पर जीआरपी थानेदार भड़क गए। थानेदार को गुस्सा निकालने का मौका भी इसलिए मिल गया क्योंकि थाने के सामने ही शाहिद की कहासुनी एक रेलवे गार्ड से हुई थी। रेलवे गार्ड के साथ हुए मामूली विवाद में शाहिद पर लूटपाट करने का मामला दर्ज करा दिया गया।
शाहिद का कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं है लेकिन रिपोर्ट दर्ज होने के कारण उसे पुलिस से भागना पड़ रहा है। बेगूसराय प्रेस क्लब ने इस मामले में कटिहार के एसपी रेल से जांच की मांग की है। इसके बाद डीएसपी राजेंद्र प्रसाद ने स्वयं इस मामले की जांच की। बताया जा रहा है कि असली लुटेरे थाने से बाइज्जत बरी हो गए और लूट की खबर आम जनता को अवगत कराने वाले पत्रकार को लुटेरा घोषित कर दिया गया।