हिंदी मासिक पत्रिका ‘आईटेक न्यूज’ के अजमेर ब्यूरो आफिस का पिछले दिनों उदघाटन हुआ। ब्यूरो का कार्यभार बंगाल में हिंदी पत्रकारिता से जुड़े रहे अब्दुल्लाह अनूप ने संभाला है। 52 पृष्ठों की इस कलर मैग्जीन का सातवां अंक बाजार में आ चुका है। पत्रिका का प्रकाशन आइटेक टेक्निकल सोसाइटी की तरफ से किया जा रहा है। इस पत्रिका के बारे में ज्यादा जानकारी [email protected] के जरिए पाई जा सकती है।
राजस्थान पत्रिका, भोपाल के भेल रिपोर्टर चंद्र प्रकाश भारती ने संस्थान को बाय-बाय कहकर पीपुल्स समाचार में भेल ब्यूरो चीफ के पद पर ज्वाइन कर लिया है। पत्रिका के दो पेज मेकरों के भी पीपुल्स ग्रुप ज्वाइन करने की खबर है।
मराठी दैनिक मातृभूमि का जलगांव संस्करण बंद, दैनिक नवज्योति में भी खर्चे घटाने की कवायद
विदर्भ के नामी मराठी दैनिक मातृभूमि का जलगांव संस्करण पिछले 15 दिनों से बंद है। सूत्रों के अनुसार रायल्टी देकर इस अखबार को जलगांव में प्रकाशित करने का अधिकार खरीदने वाले अनिल चौधरी ने पिछले कई महीनों से रायल्टी नहीं दी तो इसके मालिक राजीव बियानी ने जलगांव संस्करण की प्रिंटिंग रुकवा दी। एनसीपी एमएलए संतोष चौधरी के भाई अनिल चौधरी के बारे में बताया जा रहा है कि वे अब नए दैनिक जनशक्ति को जलगांव में प्रिंट करने और बेचने का अधिकार खरीद चुके हैं। इस अखबार को शुरू कराने के लिए नई टीम बनाई जा चुकी है। उधर, मातृभूमि निकालने वाली टीम को अनिल चौधरी ने बाय बाय बोल दिया है।
जयपुर, जोधपुर, कोटा और अजमेर से एक साथ प्रकाशित होने वाले राजस्थान के सबसे पुराने हिंदी अखबारों में से एक दैनिक नवज्योति ने भी मंदी से निपटने के लिए खर्चों में कटौती के लिए कवायद शुरू कर दी है। सूत्रों के अनुसार पहली मार बीकानेर संभाग में काम करने वाले ब्यूरो चीफ पर पड़ी है। प्रबंधकों ने ब्यूरो चीफ पर कम खर्चे के लिए दबाव बनाया हुआ है। बीकानेर, गंगानगर और हनुमानगढ़ जिलों की खबरों के लिए दिए जा रहे दो पेज को सीमित कर अब एक पेज कर दिया गया है। इसी एक पेज पर प्रकाशित खबरों के आधार पर इन तीनों जिलों के ब्यूरो चीफों को पेमेंट मिलेगा। फोन, इंटरनेट की सुविधा पहले से ही इन जिलों में नहीं थी।