Connect with us

Hi, what are you looking for?

प्रिंट

गुजरात में अखबारों व पत्रकारों के बुरे दिन बीते नहीं

गुजरात से खबर है कि टाइम्स आफ इंडिया ने अहमदाबाद टाइम्स से 15 लोगों का ट्रांसफर कर दिया है। अब यहां केवल तीन-चार लोग रहेंगे। बाकी काम मुंबई से होगा। टीओआई, सूरत एडिशन भी सूरत से छपना बंद किया जा रहा है। इसकी प्रिंटिंग अहमदाबाद से होगी और यहीं से कापियां सूरत भेजी जाएगी। याद रहे कि भास्कर ग्रुप का अंग्रेजी अखबार डीएनए पहले ही सूरत एडिशन बंद कर चुका है।  भास्कर के आनंद एडिशन के लिए लाए गए रुत्विक का ट्रांसफर अहमदाबाद कर दिया गया है। इससे कयास लगाया जा रहा है कि प्रबंधन आनंद एडिशन फिलहाल शुरू करने के मूड में नहीं दिख रहा है। भास्कर ने गांधीधाम से शुरू किया हिंदी अखबार बंद कर दिया है। वहां काम कर रहे चार लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया जा चुका है और दो लोगों का ट्रांसफर किए जाने की सूचना है।

<p align="justify">गुजरात से खबर है कि <strong>टाइम्स आफ इंडिया</strong> ने अहमदाबाद टाइम्स से 15 लोगों का ट्रांसफर कर दिया है। अब यहां केवल तीन-चार लोग रहेंगे। बाकी काम मुंबई से होगा। टीओआई, सूरत एडिशन भी सूरत से छपना बंद किया जा रहा है। इसकी प्रिंटिंग अहमदाबाद से होगी और यहीं से कापियां सूरत भेजी जाएगी। याद रहे कि भास्कर ग्रुप का अंग्रेजी अखबार डीएनए पहले ही सूरत एडिशन बंद कर चुका है।  भास्कर के आनंद एडिशन के लिए लाए गए रुत्विक का ट्रांसफर अहमदाबाद कर दिया गया है। इससे कयास लगाया जा रहा है कि प्रबंधन आनंद एडिशन फिलहाल शुरू करने के मूड में नहीं दिख रहा है। भास्कर ने गांधीधाम से शुरू किया हिंदी अखबार बंद कर दिया है। वहां काम कर रहे चार लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया जा चुका है और दो लोगों का ट्रांसफर किए जाने की सूचना है। </p>

गुजरात से खबर है कि टाइम्स आफ इंडिया ने अहमदाबाद टाइम्स से 15 लोगों का ट्रांसफर कर दिया है। अब यहां केवल तीन-चार लोग रहेंगे। बाकी काम मुंबई से होगा। टीओआई, सूरत एडिशन भी सूरत से छपना बंद किया जा रहा है। इसकी प्रिंटिंग अहमदाबाद से होगी और यहीं से कापियां सूरत भेजी जाएगी। याद रहे कि भास्कर ग्रुप का अंग्रेजी अखबार डीएनए पहले ही सूरत एडिशन बंद कर चुका है।  भास्कर के आनंद एडिशन के लिए लाए गए रुत्विक का ट्रांसफर अहमदाबाद कर दिया गया है। इससे कयास लगाया जा रहा है कि प्रबंधन आनंद एडिशन फिलहाल शुरू करने के मूड में नहीं दिख रहा है। भास्कर ने गांधीधाम से शुरू किया हिंदी अखबार बंद कर दिया है। वहां काम कर रहे चार लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया जा चुका है और दो लोगों का ट्रांसफर किए जाने की सूचना है।

एक अन्य खबर के मुताबिक संदेश, बड़ौदा से चार लोगों को निकाल दिया गया है। कुल मिलाकर गुजरात में आर्थिक मंदी का असर भरपूर दिख रहा है। जिस तेजी से यहां अखबारों के संस्करण शुरू हुए और पत्रकारों की बड़े पैमाने पर भर्तियां की गईं, अब उसी तेजी से संस्करणों को बंद किया जा रहा है और लोगों को नौकरियों से निकाला जा रहा है।

 

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

अपने मोबाइल पर भड़ास की खबरें पाएं. इसके लिए Telegram एप्प इंस्टाल कर यहां क्लिक करें : https://t.me/BhadasMedia

Advertisement

You May Also Like

Uncategorized

भड़ास4मीडिया डॉट कॉम तक अगर मीडिया जगत की कोई हलचल, सूचना, जानकारी पहुंचाना चाहते हैं तो आपका स्वागत है. इस पोर्टल के लिए भेजी...

Uncategorized

भड़ास4मीडिया का मकसद किसी भी मीडियाकर्मी या मीडिया संस्थान को नुकसान पहुंचाना कतई नहीं है। हम मीडिया के अंदर की गतिविधियों और हलचल-हालचाल को...

टीवी

विनोद कापड़ी-साक्षी जोशी की निजी तस्वीरें व निजी मेल इनकी मेल आईडी हैक करके पब्लिक डोमेन में डालने व प्रकाशित करने के प्रकरण में...

हलचल

[caption id="attachment_15260" align="alignleft"]बी4एम की मोबाइल सेवा की शुरुआत करते पत्रकार जरनैल सिंह.[/caption]मीडिया की खबरों का पर्याय बन चुका भड़ास4मीडिया (बी4एम) अब नए चरण में...

Advertisement