छंटनी के इस दौर में दैनिक भास्कर, कोटा के स्थानीय संपादक ने अपने एक सीनियर रिपोर्टर को संस्थान से बाहर करने का ऐसा रास्ता चुना कि उनकी ‘प्रयोगधर्मिता’ पर हर मीडियाकर्मी हैरान और परेशान हो रहा है। दैनिक भास्कर, कोटा के स्थानीय संपादक हैं इंदुशेखर पंचोली। इन्होंने एक कार्टूनिस्ट को अपने यहां नियुक्त किया और पहले ही दिन उससे अपने सीनियर रिपोर्टर रजत खन्ना का उपहास उड़ाते हुए कार्टून बनवाया। इस कार्टून में रजत खन्ना को शराब की पेटी सिर पर रखकर ले जाते हुए दिखाया गया है। स्थानीय संपादक ने चपरासी को बुलाकर कार्टून को नोटिस बोर्ड पर लगाने के आदेश दिए। इसके कुछ देर बाद वे न्यूज रूम की पूरी टीम को लेकर नोटिस बोर्ड के पास पहुंचे और सभी के साथ मिलकर कार्टून का ‘लुत्फ’ उठाने लगे। उस वक्त सीनियर रिपोर्टर रजत खन्ना आफिस में नहीं थे।
जब वे रात में आफिस पहुंचे तो पूरा माजरा देखकर भौचक रह गए। सूत्रों का कहना है कि आहत रजत खन्ना ने जब इसकी शिकायत स्थानीय संपादक इंदुशेखर पंचोली से की तो उन्होंने रजत खन्ना को आफिस से तुरंत निकल जाने का फरमान सुना दिया। बताया जाता है कि रजत खन्ना ने अपने साथ हुए इस बर्ताव की शिकायत पत्रकार संगठनों से भी की है। भड़ास4मीडिया ने रजत खन्ना से संपर्क किया तो उन्होंने घटना को सच बताया और कहा कि अगर संस्थान को उन्हें बाहर निकालना ही था तो लिफाफा पकड़ा देते, या इशारा कर देते तो वे सम्मान के साथ चले जाते। लेकिन किसी पत्रकार को इस तरह जलील करके निकालना अक्षम्य है। इतने वर्षों तक मीडिया में काम करने का यही ‘फल’ मिला है।
रजत खन्ना ने बताया कि स्थानीय संपादक अभी तक अपनी गल्ती स्वीकार नहीं कर रहे हैं, जो बेहद शर्मनाक है। मुझे कार्टून में एक शराबखोर बताया गया है। यह मेरी छवि पर हमला है। रजत खन्ना ने बताया कि वे वर्ष 2005 से दैनिक भास्कर में हैं और उससे पहले राजस्थान पत्रिका में थे। पत्रिका से पहले भी वे दैनिक भास्कर में रहे हैं।