भोपाल से एक बड़ी खबर। भास्कर ग्रुप के हिंदी टैबलायड अखबार डीबी स्टार के संपादक अविनाश दास को प्रबंधन द्वारा कार्यमुक्त किए जाने की सूचना है। सूत्रों के अनुसार अविनाश पर भोपाल स्थित माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय की एक छात्रा ने छेड़छाड़ और शारीरिक दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है। अविनाश अतिथि शिक्षक के रूप में इस विश्वविद्यालय में पढ़ाने के लिए जाते थे। छात्रा ने अविनाश के खिलाफ लिखित शिकायत विश्वविद्यालय और भास्कर प्रबंधन से की है।
भड़ास4मीडिया से बातचीत में माखनलाल के जनसंचार विभाग की हेड दविन्दर कौर उप्पल ने स्वीकार किया उनके विभाग की एक छात्रा ने अविनाश दास की लिखित कंप्लेन की है और उन्होंने इस कंप्लेन को विश्वविद्यालय के वाइच चांसलर के पास फारवर्ड कर दिया है। उप्पल ने इस मामले पर इससे ज्यादा कुछ भी बताने से इनकार किया। वहीं विश्वविद्यालय से जुड़े एक उच्च पदस्थ सूत्र का कहना है कि कुलपति अच्युतानंद मिश्र ने छात्रा की शिकायत की जांच के लिए एक कमेटी के गठन का आदेश दिया। कमेटी ने पूरे मामले की छानबीन की और जांच रिपोर्ट सौंप दी। इस जांच रिपोर्ट के तथ्यों से भास्कर प्रबंधन को भी अवगत करा दिया गया है। विश्वविद्यालय के छात्रों का एक दल पीड़ित छात्रा को न्याय दिलाने के लिए भास्कर प्रबंधन का दरवाजा पहले ही खटखटा चुका था। प्रबंधन ने इस मामले को तूल पकड़ता देख अपने ब्रांड और कंपनी के नाम को बदनाम न होने देने के लिए अविनाश दास को संस्थान से बाहर करने का फैसला ले लिया।
सूत्रों का कहना है कि सोमवार की शाम अविनाश को भास्कर प्रबंधन के फैसले का पत्र थमा दिया गया जिसमें उन्हें तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किए जाने की बात कही गई है। इस मामले पर भड़ास4मीडिया से अविनाश दास ने कहा कि उन्हें साजिशन फंसाया गया है। पत्रकारिता में किसी तरह के दबाव को बर्दाश्त न करने के अपने स्वभाव के चलते अंदर-बाहर के कई बड़े लोग उनसे खार खाए बैठे हैं। इन्ही लोगों ने एक साजिश के तहत सारा कुछ नाटक रचा है। अविनाश ने बताया कि वे बेहद डिप्रेशन में हैं और इस मुद्दे पर फिलहाल ज्यादा कुछ कह पाने की स्थिति में नहीं हैं।
ज्ञात हो कि अविनाश दास डीबी स्टार, भोपाल से पहले एनडीटीवी, नई दिल्ली में थे। एक चर्चित हिंदी ब्लाग के माडरेटर के रूप में अपनी पहचान बनाने वाले अविनाश ने पत्रकारिता की शुरुआत प्रभात खबर के साथ की और इस अखबार के लिए पटना, रांची और देवघर में लंबे समय तक काम किया। एनडीटीवी, दिल्ली से भी अविनाश को किन्हीं अप्रिय स्थितियों के चलते जाना पड़ा था।