खबर है कि एचटी ग्रुप की प्रेसीडेंट (एचआर) माला बाली ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों के अनुसार माला बाली ने इस्तीफे का पत्र प्रबंधन को सौंप दिया है। उनके इस्तीफे को स्वीकार किया गया है या नहीं, अभी पता नहीं चल पाया है। इस्तीफे को लेकर एचटी ग्रुप में कई तरह की चर्चाएं हैं। कुछ लोगों का कहना है कि छंटनी अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा न लेने के चलते माला बाली पर गाज गिरी है। उधर, कुछ लोगों का कहना है कि माला बाली के कार्यकाल में ही हिंदुस्तान टाइम्स और दैनिक हिंदुस्तान में काम करने वालों को कई तरह के शिकंजों में कसा गया। अब जबकि छंटनी का दौर शुरू हो चुका है तो प्रबंधन ने ज्यादा सेलरी वालों के पर कतरने शुरू किए हैं, उसी क्रम में माला बाली जा रही हैं।
हिंदुस्तान के संपादकों को आदेश- कर्मियों के डिटेल भेजो
हिंदुस्तान ग्रुप से ही एक अन्य खबर के मुताबिक दैनिक हिंदुस्तान के सभी संपादकों, स्थानीय संपादकों व संपादकीय प्रभारियों को एक मेल के जरिए कहा गया है कि वे अपने यहां कार्यरत सभी मीडियाकर्मियों के बारे में डिटेल मुख्यालय को भेजें। ये जो डिटेल मांगा गया है, उसमें मीडियाकर्मियों के एचटी ग्रुप में ज्वाइनिंग की तारीख, उनके काम का ब्योरा, उनके पद आदि शामिल है। बताया जाता है कि प्रबंधन यह सब इसलिए करा रहा है क्योंकि अगर कहीं किसी यूनिट में स्टाफ की कमी महसूस होती है तो बजाय नई भर्ती करने के, जिस यूनिट में काम कम, स्टाफ ज्यादा हुआ तो वहां से किसी का तबादला करा दिया जाए। हालांकि कुछ लोग इसे छंटनी और धन बचाओ मुहिम का एक हिस्सा मान रहे हैं। इनका कहना है कि इस आंकड़े के जरिए छंटनी के लिए लिस्ट तैयार की जा रही है। दूसरी तरफ कुछ लोगों का कहना है कि एचटी ग्रुप भी अब टीओआई के नक्शेकदम पर चल पड़ा है। आर्थिक मंदी से निपटने के लिए हर हाल में वह न्यूनतम स्टाफ में काम को वरीयता देगा और कर्मियों को दी जा रही कई तरह की सुविधाओं में कटौती करेगा।