नई दुनिया, बिलासपुर से कई लोगों ने एक-एक कर इस्तीफा दिया है। वर्ष 2006 में दैनिक भास्कर के 9 पत्रकारों सहित करीब 17 कर्मचारियों को तोड़कर छत्तीसगढ के बिलासपुर शहर में पैर जमाने वाले अखबार नई दुनिया को पिछले कुछ महीनों से लगातार झटके मिल रहे हैं। बिलासपुर में प्रिंटिंग यूनिट शुरू होने के बाद पिछले 3 महीनों में 7 पत्रकारों सहित करीब एक दर्जन कर्मचारी इस अखबार को अलविदा कह चुके हैं। इनमें देशबंधु से आए मनीष वर्मा, जनसत्ता से आए दुर्गेश पांडेय, हरिभूमि को टाटा बाय बाय कह कर आए अंजनी तिवारी, रामानुज कौशिक, संजीव तिवारी, नवभारत से इस्तीफा देकर आए विनोद सिंह ठाकुर सहित कई कंप्यूटर आपरेटर शामिल हैं। इस संस्थान के माहौल के चलते क्राइम रिपोर्टर प्रतीक वासनिक भी विदा लेने की मनःस्थिति में आ चुके हैं।
बिलासपुर के अखबारों लोकस्वर, स्वदेश व दैनिक भास्कर में अपनी सेवाएं दे चुके प्रतीक हरिभूमि से नई दुनिया में आए थे। बताया जाता है कि उनकी नई दुनिया के समाचार संपादक से पटरी नहीं बैठ रही थी। लिहाजा वे अवैतनिक अवकाश पर चले गए और अब तक ड्यूटी पर नहीं लौटे हैं। सूत्रों का कहना है कि अखबार के अंदर की राजनीति से भी काम और माहौल पर खराब असर पड़ रहा है।