राष्ट्रीय सहारा, पटना में हड़कंप मचा हुआ है। आफिस की लड़ाई सड़क पर पहुंचने वाली है। कुछ महीनों पहले राष्ट्रीय सहारा, पटना यूनिट के हेड बनाए गए यादवेश के खिलाफ इसी संस्थान की वरिष्ठ पत्रकार निवेदिता झा जंग का ऐलान कर चुकी हैं। निवेदिता ने अभद्रता का आरोप लगाया है। यादवेश ने अनुशासनहीनता का आरोप जड़ा है। यादवेश की रिपोर्ट पर सहारा प्रबंधन ने निवेदिता को निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया है। सूत्रों का कहना है कि आफिस आने-जाने के दौरान रजिस्टर पर हस्ताक्षर करने को लेकर शुरू हुआ विवाद इतना बढ़ जाएगा, यह किसी को अंदेशा नहीं था। घटनाक्रम के मुताबिक राष्ट्रीय सहारा, पटना के एचआर विभाग की तरफ से निवेदिता को आफिस आने-जाने के दौरान रजिस्टर पर हस्ताक्षर न करने के लिए पिछले दिनों नोटिस जारी किया गया था।
साथ ही निवेदिता के आफिस में बात-व्यवहार करने के तरीके का यादवेश ने विरोध किया था। सूत्रों के मुताबिक यादवेश ने निवेदिता को अपने केबिन में बुलाकर आफिस के अनुशासन को न तोड़ने की चेतावनी दी थी। उस वक्त केबिन में कई अन्य लोग भी थे। यादवेश की चेतावनी सुनकर निवेदिता उस वक्त तो चुपचाप चली गईं लेकिन आधे घंटे बाद गुस्से में लौटीं और यादवेश पर बरस पड़ीं। वहां मौजूद लोगों ने बीच-बचाव कर दोनों को शांत कराया। यादवेश ने सहारा प्रबंधन को निवेदिता द्वारा अनुशासनहीनता करने की रिपोर्ट भेजी तो प्रबंधन ने निवेदिता को सस्पेंड करने का आदेश जारी कर दिया। निवेदिता ने भी सहारा प्रबंधन को फैक्स के जरिए यादवेश पर अभद्रता करने समेत कई आरोप लगाए हैं।
फिलहाल यह मामला शांत होता दिख नहीं रहा है। निवेदिता ने भड़ास4मीडिया को बताया कि कोई मैनेजर किसी रिपोर्टर को उसके बात करने और कपड़े पहनने के तरीके पर कैसे रोक लगा सकता है? निवेदिता के मुताबिक वे यादवेश कुमार के खिलाफ जंग लड़ रही हैं। उन्हें हर हाल में सबक सिखाएंगी। उधर, यादवेश ने भड़ास4मीडिया को बताया कि निवेदिता को एचआर की तरफ से जो नोटिस जारी किया गया था, उसी से वे चिढ़ी हुई थीं। आफिस में जोर-जोर से बात करने पर जब उन्हें टोका गया तो वे अनुशासनहीनता पर उतर आईं। आखिर हर आफिस का एक न्यूनतम माहौल होता है जिसे बनाए रखने की जिम्मेदारी हर एक पर होती है।