दो सूचनाएं हैं। मुंबई बम धमाकों के दौरान इलेक्ट्रानिक मीडिया द्वारा लाइव कवरेज किए जाने के खिलाफ मुंबई निवासी संगीतकार विशाल दादलानी की छोटी-सी मुहिम रंग लाने लगी है। मीडिया कवरेज से परेशान दादलानी तब मुंबई हाईकोर्ट में चले गए। अपनी सोच के लोगों को जोड़ने के लिए दादलानी ने एक वेबसाइट का निर्माण किया। www.smallchange.in नामक वेबसाइट पर दादलानी ने कोर्ट में दाखिल की गई याचिका को हू-ब-हू प्रकाशित किया। पाठकों से इसके समर्थन में ई-हस्ताक्षर करने का अनुरोध किया। अब तक कुल 25 हजार 125 लोगों ने इस वेबसाइट पर जाकर याचिका के समर्थन में ई-हस्ताक्षर किए हैं। ताजा डेवलपमेंट ये है कि दादलानी की याचिका को हाईकोर्ट ने पीआईएल मानकर सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया है। पहली सुनवाई 5 फरवरी को होगी। अब दूसरी खबर-
मुंबई बम धमाकों के लाइव कवरेज से नाराज अंग्रेजी के एक ब्लागर चेतन कुंते ने अपने ब्लाग पर एनडीटीवी और बरखा दत्त की कड़ी आलोचना करते हुए 27 नवंबर 2008 को जो पोस्ट प्रकाशित की थी, उसे 26 जनवरी को उन्होंने न सिर्फ डिलीट कर दिया बल्कि एनडीटीवी और बरखा दत्त से लिखित रूप से माफी भी मांग ली। चेतन कुंते का माफीनामा उनके ब्लाग www.ckunte.com पर पढ़ा जा सकता है। आखिर कुंते ने पोस्ट क्यों डिलीट की और माफी क्यों मांग ली?
इस बारे में जानकारों का कहना है कि कुंते ने अपनी पोस्ट में एनडीटीवी और बरखा दत्त के लिए गाली-गलौज की भाषा का इस्तेमाल किया था। जब इस पोस्ट पर एनडीटीवी प्रबंधन की नजर पड़ी तो कुंते को कोर्ट में ले जाने की चेतावनी दी गई। इससे घबराए कुंते ने पोस्ट डिलीट करने के साथ माफीनामा प्रकाशित कर दिया। वहीं, अंग्रेजी के अन्य ब्लागर चेतन कुंते को अब ब्लागिंग के हीरो की तरह पेश कर रहे हैं और एनडीटीवी व बरखा दत्त के प्रति आक्रामक व आलोचनात्मक रुख अपनाए हुए हैं। इस पूरे प्रकरण से संबंधित सभी कड़ियों को समझने, पढ़ने, जानने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर सकते हैं-