वरिष्ठ पत्रकार किशोर मालवीय ने नई पारी अपने पुराने संस्थान वायस आफ इंडिया के साथ शुरू की है। अबकी उन्होंने ग्रुप एडीटर के रूप में ज्वाइन किया है। पिछली बार वीओआई में वे बतौर आउटपुट एडीटर कार्यरत थे। किशोर ने पिछले दिनों इंडिया न्यूज से डिप्टी डायरेक्टर (न्यूज) पद से इस्तीफा दे दिया था। सूत्रों का कहना है कि किशोर मालवीय जब इंडिया न्यूज पहुंचे थे तो उस समय इस चैनल की टीआरपी 0.6 के करीब हुआ करती थी। उनके कार्यकाल में चैनल की रेटिंग 3.2 तक पहुंची।
साथ ही, उन्होंने लाइव इंडिया और डीडी न्यूज जैसे चैनलों को पछाड़ने में सफलता हासिल की। इंडिया न्यूज को कुछ ही समय में मुख्यधारा के न्यूज चैनलों में लाने वाले किशोर यहां की आंतरिक राजनीति से परेशान थे। इसी राजनीति से आजिज आकर पिछले दिनों उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। किशोर मालवीय के पास प्रिंट और इलेक्ट्रानिक दोनों का अच्छा-खासा अनुभव है। 1990 में नवभारत टाइम्स, दिल्ली में बतौर रिपोर्टर ज्वाइन वाले किशोर ने इस राष्ट्रीय अखबार में क्राइम रिपोर्टर के रूप में नाम कमाया। 1997 में नभाटा की सरकारी टाइप नौकरी छोड़ देश के पहले प्राइवेट न्यूज चैनल जी न्यूज में बतौर सीनियर करेस्पांडेंट ज्वाइन किया। जी न्यूज को लांच करने वाली ऐतिहासिक टीम के हिस्से बने और बाद में कई तरह के कार्यक्रमों को लीड किया। ‘इनकाउंटर‘ नामक मशहूर कार्यक्रम और प्राइम टाइम न्यूज की एंकरिंग की। जिन दिनों कमर वहीद नकवी ने नलिनी सिंह के चैनल ‘नेपाल-1’ से इस्तीफा दिया था, तब किशोर मालवीय ने हेड आफ न्यूज के रूप में इस चैनल को संभाला। साढ़े तीन साल तक यहां काम करने के बाद इंडिया टीवी पहुंचे और अपने कार्यकाल में इस चैनल को पहली बार नंबर वन बनवाने में सफलता हासिल की। इंडिया टीवी की एक साल की पारी के बाद वायस आफ इंडिया की लांचिंग टीम के वरिष्ठ सदस्य बने लेकिन टीम लीडर रामकृपाल सिंह के इस्तीफा देने के कुछ दिनों बाद किशोर मालवीय ने भी इस संस्थान को बाय-बाय बोल दिया और इंडिया न्यूज पहुंच गए। अब एक बार फिर वीओआई में वापसी की है।
वीओआई के चीफ एक्जीक्यूटिव आफिसर रविशंकर ने एक आंतरिक मेल जारी कर किशोर मालवीय के ग्रुप एडीटर के रूप में नियुक्ति की सूचना सभी वीओआईकर्मियों को दे दी है।
सूत्रों का कहना है कि वायस आफ इंडिया की दूसरी पारी किशोर के लिए कांटों भरा ताज है। ज्ञात हो कि राजेश बादल ने पिछले दिनों ग्रुप एडीटर पद से इस्तीफा दिया था। आर्थिक तंगी और उठापटक झेल रहे वीओआई में पिछले कुछ महीनों से जिस तरह के घटनाक्रम हो रहे हैं, उससे यहां किसी के सफल हो पाने की उम्मीद तो ना के बराबर है लेकिन बताया जा रहा है कि सीईओ रविशंकर और ग्रुप एडीटर किशोर मालवीय की जोड़ी आपसी तालमेल के जरिए वीओआई को एक बार फिर उसके ओरीजनल तेवर व कलेवर में वापस ले आने पर काम करेगी। पर इस बात का जवाब किसी के पास नहीं है कि भूखे पेट काम कर रहे वीओआईकर्मियों से किस आधार पर बेस्ट परफारमेंस की उम्मीद की जा रही है।
भड़ास4मीडिया के संपर्क करने पर किशोर मालवीय ने कहा कि वायस आफ इंडिया स्ट्रांग नाम है। इसका बेसिक स्ट्रांग है। अंदर के ही कुछ लोगों ने इसे थोड़ा-सा बदनाम किया है। सुधार की जरूरत है और मैनेजमेंट सुधार चाहता भी है। यह सकारात्मक लक्षण है। मैनेजमेंट के सहयोग से हम कुछ महीनों में वीओआई को क्रेडिबल चैनल बनाने में कामयाब हो सकेंगे, यह लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। किशोर ने वीओआई से संबंधित अन्य सवालों का जवाब देने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि उन्होंने आज ही यहां ज्वाइन किया है। अंदर के हालात के बारे में जब तक पूरी तरह जान नहीं लेते, कुछ भी कहना उचित न रहेगा।
साल भर में चौथे ग्रुप एडीटर के रूप में किशोर मालवीय वीओआई में कितना और किस तरह का सुधार कर पाते हैं, यह वक्त बताएगा लेकिन इतना तो कहा जा सकता है कि चैनल के मालिकान जब तक खुद सकारात्मक बदलाव के लिए अपने को मानसिक रूप से तैयार नहीं करेंगे और चैनल से तुरत-फुरत लाभ कमाने की उम्मीद छोड़ेंगे, कुछ भी बड़ा बदलाव ला पाना मुमकिन न हो सकेगा।