काहिरा : मिस्र के दो वरिष्ठ संपादकों को इजराइल के साथ संबंध न रखने संबंधी प्रतिबंध का उल्लंघन करने के एक मामले में मिस्र के पत्रकार संघ ने सजा दी है। इनमें से एक संपादक देश की सत्ताधारी पार्टी का सदस्य है और एक यहूदी मामलों का विशेषज्ञ है। मिस्र 1979 में इजराइल के साथ शांति समझौते पर दस्तखत करने वाला पहला अरब देश बना था। लेकिन दोनों देशों के बीच संबंध ठंडे ही बने रहे।
सांस्कृतिक संबंधों के आदान-प्रदान और इजराइल जाने को लेकर सरकार आधिकारिक रूप से हतोत्साहित करती रही है। फलस्तीनियों के उत्पीड़न के कारण इजराइल के लोगों की भावनाएं बैरपूर्ण हैं। मिस्र के पत्रकार संघ ने 1985 में इजराइल के साथ संबंध रखने पर प्रतिबंध लगाया था। अब तक मिस्र के कई पत्रकार इजराइल के दौरे पर जा चुके हैं और सजा से बच गए हैं। साभार : एपी