तेजी से बदलती टेक्नोलॉजी के कारण समाचार पोर्टल का संचालन अपने-आप में एक जटिल प्रक्रिया बनती जा रही है। इसकी वजह से मीडिया कंपनियों को हर दो या तीन साल बाद वेबसाइट को नई एप्लीकेशंस के साथ री-लांच करना पड़ता है। इन्हीं जरूरतों को देखते हुए वर्ल्ड एसोसिएशन आफ न्यूजपेपर्स एंड न्यूज पब्लिशर्स (वैन-इफरा) ने भारत में पहली बार दो दिन का ‘वेबसाइट री-लांच ट्रेनिंग प्रोग्राम’ आयोजित किया।
यह ट्रेनिंग प्रोग्राम मुंबई के लॉ रॉयल मेरिडियन होटल में 10 और 11 दिसंबर को आयोजित किया गया। इस ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए जर्मनी के मीडिया कंसल्टेंट मॉथियास रेट्सशमर को आमंत्रित किया गया था जो लंदन के डेली टेलीग्राफ समेत जर्मनी तथा आस्ट्रिया के कई बड़े मीडिया हाउस में सलाहकार रहे हैं। माडर्न न्यूजरूम मैनेजमेंट में भी उनका बड़ा योगदान रहा है।
अपने ट्रेनिंग प्रोग्राम में उन्होंने वेबसाइट लांचिग की जटिलताओं पर डिस्कस किया और माडर्न मैनेजमेंट मेथड्स पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि कैसे कोई भी मीडिया कंपनी अपनी न्यूज बेवसाइट को लांच या री-लांच करने से पहले उसे ज्यादा यूजर फ्रैंडली बना सकती है। इसके लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रयोग में आने वाले कुछ अहम टूल्स और मैनेजमेंट मेथड्स को भी ट्रेनिंग प्रोग्राम का हिस्सा बनाया गया।
इस मौके पर रेट्सशमर ने प्रतिभागियों से उनकी व्यावहारिक दिक्कतों के बारे में पूछा और उसे ट्रेनिंग प्रोग्राम के दौरान चलने वाले डिस्कशन का हिस्सा बनाया। ट्रेनिंग प्रोग्राम में दैनिक जागरण की ऑनलाइन कंपनी एमएमआई के प्रोजेक्ट मैनेजर अगस्ती खांटे, आई-नेक्स्ट वेब पोर्टल के कंटेट हेड दिनेश श्रीनेत, डीएनए पोर्टल की कंटेट हेड पूजा मलिक, अमर उजाला के सीनियर न्यूज एडीटर भूपेश गुप्ता, मनोरमा ऑनलाइन के कंटेट कोआर्डिनेटर संतोष जार्ज जैकॅब, फोर सी प्लस के वाइस प्रेसिडेंट आशीष एरन ने हिस्सा लिया। इस मौके पर एसोसिएशन की ओर से वी.एंटोनी और केजेड मख्दूम मोहम्मद भी उपस्थित थे।