मराठी न्यूज चैनल आईबीएन लोकमत के मुंबई आफिस में कार्यरत और घटना के समय मौजूद पत्रकार संदीप चह्वाण ने हमले के बारे में बताया कि हमलावर ‘आईबीएन लोकमत’ के एडिटर इन चीफ निखिल वागले को तलाशते-पूछते आफिस में घूम रहे थे। वे निखिल वागले को सबक सिखाने की बात कह रहे थे। उल्लेखनीय है कि बाल ठाकरे ने सचिन को लेकर जो टिप्पणी की थी, उसका जबर्दस्त प्रतिवाद निखिल वागले ने किया था। संदीप चह्वाण के मुताबिक हमलावरों के हाथ में लोहे के राड, बेसबाल बैट और क्रिकेट के विकेट थे। इस बीच, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री अशोक चह्वाण ने हमले की निंदा की और कहा कि हमलावरों को हर हाल में दंडित किया जाएगा। अशोक चह्वाण के मुताबिक उन लोगों को बिलकुल अंदाजा नहीं था कि ऐसा कुछ होने जा रहा है। इस हमले के पीछे जो लोग भी हैं, उन्हें सबक सिखाया जाएगा।
किसी को भी यह अधिकार नहीं है कि वह पत्रकारों पर हमला करे। दुनिया जल्द ही देखेगी कि हम लोग क्या कार्यवाही करते हैं। महाराष्ट्र के गृह मंत्री पाटिल ने भी कहा है कि इस बार हमलावर किसी भी तरह बच नहीं पाएंगे। उन्हें कठोर से कठोर सजा दिलाई जाएगी ताकि आगे वे किसी मीडिया हाउस पर हमला करने की सोच भी न सकें। लोकसत्ता के संपादक कुमार केतकर ने कहा कि इस घटना की पूरी मीडिया इंडस्ट्री द्वारा निंदा की जानी चाहिए। महाराष्ट्र सरकार को ऐसी घटनाओं को न होने देने के लिए प्रयास करना होगा। यह बेहद गंभीर मामला है। इसे अनदेखा नहीं किया जा सकता। इस बीच, देश भर के मीडिया हाउसों ने शिव सैनिकों के इस हमले की कड़ी निंदा करनी शुरू कर दी है। मुंबई में पत्रकारों ने एकजुटता व्यक्त करते हुए ऐसे हमलों से न डरने और आगे भी शिव सेना को लेकर आलोचनात्मक रिपोर्टिंग करने का ऐलान कर दिया है।