: नागपुर में फोटो जर्नलिस्टों पर लाठीचार्ज : पुलिस क्रूरता को बयान कर रही हैं ये तस्वीरें : पुलिस द्वारा एक पत्रकार को नक्सली बताकर हत्या करने की घटना के ठीक बाद अब पत्रकारों व फोटो जर्नलिस्टों पर जमकर लाठीचार्ज किए जाने की सूचना मिली है. भारत बंद के दौरान नागपुर के प्रसिद्ध वैरायटी चौक पर प्रदर्शन कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज की तस्वीर लेने वाले कुछ फोटो जर्नलिस्टों पर पुलिस ने जमकर लाठियां बरसाई।
इस घटना में छायाचित्रकार मराठी दैनिक लोकशाही वार्ता के जीवक गजभिए, दैनिक १८५७ के देवेश व्यास, तरुण भारत के निरंजन अत्रे, लोकमत के राजेश टिकले, सकाल के अनुरुद्ध सिंह डीनोरे, जी न्यूज के रत्नशील सातपुते और दैनिक महासागर के सौरभ अडबे को चोट लगी। सबसे ज्यादा मार वरिष्ठ फोटो जर्नलिस्ट जीवक गजभिये और सौरभ अड़बे को पड़ी। खास बात यह है कि फोटो जर्नलिस्ट शहर पुलिस आयुक्त से इसकी शिकायत करने पहुंचे तो उन्होंने दो टूक कहा- पुलिस अपना काम कर रही है, तुम अपना काम करो। फोटो जर्नलिस्टों पर लाठियां बरसाने के बाद उन्हें सीताबर्डी थाने ले जाया गया। जब मीडियाकर्मी सीताबर्डी थाने पहुंचे तो उन्हें गेट पर ही रोक दिया गया।
इस घटना की नागपुर श्रमिक पत्रकार संघ के अध्यक्ष शिरीष बोरकर, सचिव संजय लोखंडे व अन्य पदाधिकारियों तथा पत्रकारों ने निषेध करते हुए राज्य सरकार से दोषी पुलिस कर्मियों को निलंबित किए जाने की मांग की है। शिरीष बोरकर ने कहा कि शहर पुलिस आयुक्त प्रवीण दीक्षित स्वयं घटनास्थल पर मौजूद थे। उनके सामने ही पुलिस ने फोटो जर्नलिस्टों पर लाठी चार्ज किया। जब उनसे इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच डी.सी.पी. स्तर का अधिकारी करेगा और जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर कार्रवाई होगी। इस मामले को लेकर संघ राज्य के गृहमंत्री आर.आर. पाटिल से भी चर्चा की जाएगी। इस संदर्भ में तिलक पत्रकार भवन में सभा आयोजित की गई। सभा में शहर के फोटो जर्नलिस्ट व कई पत्रकार उपस्थित थे।
शाम को आयोजित एक प्रेस वार्ता में भाजपा के राज्य महासचिव देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि भाजपा शांतिपूर्वक आंदोलन कर गिरफ्तार दे रही थी। गिरफ्तारी देने के दौरान पुलिस ने आंदोलनकारी भाजपा की महिला कार्यकर्ताओं को पुलिस वैन में क्रूरतापूर्वक बैठाया गया। उसी बैन में पुरुष पुलिसकर्मियों को घुसा कर पुलिस लाइन टाकली ले जाया जा रहा था। इसका भाजपा के पुरुष व महिला कार्यकर्ताओं ने विरोध कर पुरुष पुलिसकर्मियों की बजाय महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की मांग की। लेकिन पुलिस ने एक न सुनी। इसका विरोध करते हुए भाजपा के कार्यकर्ताओं ने महिलाओं को ले जा रही पुलिस वैन को रोका। इसके आग बबूला पुलिसवालों ने लाठीचार्ज कर दी और घटना को सार्वजनिक करने वाले छायाचित्रकारों को भी घायल कर दिया। पुलिस का यह कृत्य निंदनीय है। उन्होंने कहा कि छायाचित्रकारों पर लाठी चार्ज का मामला विधानसभा में उठाया जाएगा और मुख्यमंत्री, गृहमंत्री को जवाब मांगा जाएगा।
नागपुर से संजय कुमार की रिपोर्ट
SUJIT THAMKE
July 6, 2010 at 6:11 am
YE POLICEWAALE MEDIA VAALO KO KYA SAMAZATE HSTAI MEDIA DESH KAA 4th STATE HAI MEDIA KI TAKAT DIKHA DO
mazhar husain Journalist
July 7, 2010 at 12:43 pm
Hame aise Police walo ke khilaaf apni awaaz ko aur Bulanf kana hoga aur sab se badi baat ye ki hame ek aur nek hona padega main is ghatna ki Ninda karta hoon aur Doshi Police walo ke Khilaaf Kadi Krywahi ki maang karta hoon taki koi bhi Ptrkaro ka Utpeedan na kar sake
ajay namdeo
July 7, 2010 at 6:21 pm
ye khaki wardi wale gunde apne aap ko kya samghte hai inko wardi nahi gunda gardi ka kawach mil gaya hai kya inko inki aukat dikhana padega hum sabhi media parewaro ko eak jut hona padega in wardi wale gundo ko apni takat dikhana padega
chandan goswaMI
July 15, 2010 at 4:43 am
yeshwant ji aapko es pr hmane apne comment bheja thaa aapne oose prkashit nahi kiea ,hamne oosme jo comment diea thee wa hamre samne ki ghatna hei kyonki hum moujud theeghatna bahut dukhdaie aur badi hei loktantra ke liea , sorrt again hame dukh hei ki aapne wah prkashit nahi kiea,
rajesh bagde
July 15, 2010 at 4:45 am
wardi wale gundee
dilip singh rathod
September 12, 2010 at 11:31 am
sub kuch photo mai saaf saaf dikh raha hai ….camera lekar ye vyakti bharat band karwane to nikla nai hoga….jahir si baat hai press photographer hai…police ko bus ek mauka mil jaye to wo dho de un sabhi ko jo unki kaali kartoot dikhana chahte hain….aisa hi hoga hamare sath..aur hona bhi chahiye..kyunki wo bure waqt mai ekjut hote hain aur hum ek dusre ki taang khichte hain….jai patrakar sangh…please dont mind but this is a fact