खबर है कि एनडीटीवी ग्रुप के दिल्ली केंद्रित न्यूज और लाइफस्टाइल चैनल एनडीटीवी मेट्रोनेशन के आधे स्टाफ को चलता कर दिया गया है। सूत्रों का कहना है कि एक निवेशक से बातचीत विफल होने के बाद कंपनी ने यह कदम उठाया। उल्लेखनीय है कि एनडीटीवी लिमिटेड की टाइम्स आफ इंडिया को प्रकाशित करने वाली कंपनी बेनेट कोलमैन एंड कंपनी लिमिटेड (बीसीसीएल) से पार्टनरशिप / बिक्री / निवेश को लेकर बातचीत चल रही थी। पर यह बातचीत किसी नतीजे पर पहुंचे बिना ही खत्म हो गई। एनडीटीवी मेट्रोनेशन को दिल्ली में सितंबर 2007 में लांच किया गया था। इस चैनल में कुल 90 लोग काम करते थे। इसमें से अब 30-35 ही बचे हैं। एनडीटीवी से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि मेट्रो नेशन बंद करने का कंपनी का कोई इरादा नहीं है। इस चैनल को एनसीआर में ठीकठाक टीआरपी मिल रही है। अब तो योजना इसके विस्तार की है और जल्द ही चेन्नई में एनडीटीवी मेट्रोनेशन लांच किया जाएगा। ज्ञात हो, चेन्नई में मेट्रोनेशन को एनडीटीवी और द हिंदू के प्रकाशक कस्तूरी एंड सन्स लिमिटेड मिलकर लांच कर रहे हैं।
संजय त्रेहन ने एनडीटीवी कनवरजेंस के सीईओ पद से इस्तीफा दिया
एनडीटीवी कनवरजेंस के सीईओ संजय त्रेहन ने इस्तीफा दे दिया है। वे फिलहाल नोटिस पीरियड पर चल रहे हैं। एनडीटीवी ग्रुप अब त्रेहन का विकल्प तलाशने में जुट गया है। त्रेहन ने यह खुलासा नहीं किया है कि वे नई पारी कब और कहां शुरू करने जा रहे हैं। त्रेहन ने एनडीटीवी में मार्च 2007 में ज्वाइन किया था। वे एनडीटीवी कनवरजेंस के पहले सीईओ हैं। एडीटीवी के पहले त्रेहन इंडिया टाइम्स में ब्राडबैंक और वेब 2.0 सेक्शन के वाइस प्रेसीडेंट थे। उससे पहले वे एचटी मीडिया में इंटनेट सेक्शन के मुखिया थे। एनडीटीवी में त्रेहन ने अपने कार्यकाल में कई नई चीजें शुरू कीं। वैप पोर्टल और एनडीटीवी एक्टिव शुरू करने का श्रेय त्रेहन को जाता है।