भोपाल में राजस्थान पत्रिका ने आखिरकार अपने अखबार की लांचिंग कर ही दी। पिछले कई महीनों से लगातार भर्तियों और तैयारियों के बाद पत्रिका का अखबार भोपाल के मार्केट में 25 मई को आ गया। वैसे, ये लांचिंग गुपचुप तरीके से की गई है क्योंकि मार्केट में ये चर्चा थी कि पत्रिका का प्रकाशन भोपाल में अगस्त महीने से होगा।
ऐसी अफवाह या चर्चा राजस्थान पत्रिका ग्रुप ने रणनीतिक तरीके से फैलाई थी ताकि प्रतिद्वंद्वी अखबारों को मात दिया जा सका और उन्हें रक्षात्मक पारी खेलने का भी मौका न मिले। मजेदार तथ्य यह है कि पत्रिका ने भोपाल में लांचिंग के पहले ही दिन भोपाल के दूसरे नंबर का अखबार होने की पोजीशन राज एक्सप्रेस से छीन ली है। राजस्थान पत्रिका के आने से राज एक्सप्रेस का सर्कुलेशन दो ही दिनों में 10 हजार गोता लगाने की खबर है। पत्रिका के आने की खबर के कारण हाल ही में दैनिक जागरण और नवभारत, दोनों ने भोपाल में खुद को री-लांच किया है ताकि वे अपने पाठकों के आधार को बनाये रख सकें। उधर नव दुनिया का सर्कुलेशन काफी कम हो गया है। पत्रिका अब भोपाल में लांचिंग के बाद अब ग्वालियर और इंदौर में अपना अखबार लांच करने की तैयारी में जुट गया है। जानकारों का मानना है कि पत्रिका भास्कर से उसी तरह बदला लेने के मूड में है जिस तरह भास्कर ने राजस्थान में जाकर किया था।