वरिष्ठ पत्रकार ओमकार चौधरी ने डीएलए, मेरठ के स्थानीय संपादक पद से इस्तीफा दे दिया है। वे हरिभूमि में वापसी करेंगे। वे हरिभूमि अखबार के दिल्ली और रोहतक संस्करणों के अलावा पोलिटिकल ब्यूरो को भी देखेंगे। ओमकार ने 23 दिसंबर 2007 को डीएलए, मेरठ का कार्यभार संभाला था। इसी साल फरवरी में डीएलए के मेरठ संस्करण की सफल लांचिंग हुई। मूलतः मेरठ के दबथुआ गांव के निवासी ओमकार चौधरी ने पत्रकारिता की शुरुआत 1982 में मेरठ से ही दैनिक प्रभात अखबार से की।
1986 में दैनिक जागरण, मेरठ से जुड़े और यहां 11 वर्षों तक विभिन्न पदों पर कार्यरत रहे। 1997 में उन्होंने अमर उजाला में चंडीगढ़ ब्यूरो चीफ के रूप में ज्वाइन किया। बाद में उनके नेतृत्व में अमर उजाला के चंडीगढ़ संस्करण की 1999 में लांचिंग हुई। वे चंडीगढ़ में 2001 तक रहे। इसके बाद वे अमर उजाला के दिल्ली स्थित पोलिटिकल ब्यूरो में आ गए। यहां से वे वर्ष 2004 में हरिभूमि में हरियाणा संस्करण के स्थानीय संपादक बने। यहां तीन साल तक रहे। 2007 के अंत में डीएलए, मेरठ में स्थानीय संपादक पद पर नई पारी शुरू की। अब वे फिर हरिभूमि में बड़ी जिम्मेदारी और अच्छे पद – पैसे के साथ वापसी कर रहे हैं।
ओमकार चौधरी की लिखी पांच किताबें घेरा (उपन्यास), टीवी पत्रकारिता, खोजी पत्रकारिता, जैविक खेती और समय के शिलालेख प्रकाशित हो चुकी हैं। वे ब्लागर भी हैं। हिंदी का उनका ब्लाग आजकल नाम से है।
भड़ास4मीडिया से संक्षिप्त बातचीत में ओमकार चौधरी ने बताया कि वे पारिवारिक कारणों से डीएलए से इस्तीफा दे रहे हैं। उनके बच्चे दिल्ली में पढ़ते हैं इसलिए वे दिल्ली लौटने के प्रस्ताव को ठुकरा न सके। साथ ही नई पारी में काफी कुछ करने की जिम्मेदारी और चुनौती भी मिल रही है। उन्होंने डीएलए के साथ गुजारे अपने वक्त को बेहद यादगार बताया।