आंदोलनरत कर्मचारियों पर जानलेवा हमला और अपहरण के मामले में मराठी दैनिक ‘देशोन्नती’ प्रबंधन समेत आठ के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज : नागपुर में देशोन्नति ग्रुप के हड़ताली कर्मचारियों का मामला दिन-ब-दिन गंभीर होता जा रहा है। खबर है कि हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों से निपटने के लिए देशोन्नति समूह गुंडों की मदद ले रहा है। आंदोलन कर रहे कर्मचारियों को गाली देने, जान से मारने की धमकी देने जैसे हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। पुलिस ने देशोन्नती समूह के मालिक, प्रबंधक समेत 8 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। यह मामला धारा 143, 147, 149, 323, 294, 506 के तहत 31 दिसंबर को दर्ज किया गया। देशोन्नती समूह के कर्मचारी पिछले कई महीनों से प्रबंधन के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं।
गुरुवार को पत्रकार भवन में आयोजित एक पत्र परिषद में नागपुर श्रमिक पत्रकार संघ के पदाधिकारियों ने प्रबंधन पर आरोप लगाया कि उनके द्वारा भेजे गए गुडों ने जबरन मारपीट की। गोंडखैरी में देशोन्नती प्रेस के प्रोडक्शन इंचार्ज वसंता देशमुख का अपहरण कर अकोला ले गए हैं। दो पत्रकारों का अपहरण तथा पत्रकारों व गैर-पत्रकारों पर जानलेवा हमले के मुद्दे को उठाते हुए नागपुर श्रमिक संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि देशोन्नती के कर्मचारियों की 20 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल चल रही है। इस संदर्भ में कामगार आयुक्त के कार्यालय में समय-समय पर चर्चा तथा बैठक के लिए कर्मचारी तथा व्यवस्थापन के प्रमुख को बुलाया गया। परंतु चर्चा के दौरान व्यवस्थापन प्रमुख अनुपस्थित रहते हैं।
बताया जाता है कि बुधवार की रात प्रबंधन के लोग असामाजिक कार्यों के लिए चर्चित अलीभाई के साथ आए। अली भाई के पीछे करीब 40-50 लोगों का सशस्त्र काफिला था। उन्होंने हड़ताल के लिए बनाये गए मंडप की तोड़फोड़ की। हड़ताल कर रहे कर्मचारियों पर जानलेवा हमला किया गया। इससे दहशत का माहौल बन गया। उनके हमले में आंदोलनरत कर्मचारी व पत्रकार संतोष लांजेवार, विजयसिंह राठौड, कैलास ढिंगले, संदीप डलेमाले, अमोल जायले, युवराज पिसे, मोरेर बिसेन तथा गणेश पांगुल घायल हो गए। इस मामले में गुरुवार की सुबह कलमेश्वर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई गई। जिन लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है, उनमें प्रकाश गोपालराव पोहरे, अनुभव शिक्षार्थी, रामभाऊ महाजन, साहेबराव तायडे, प्रकाश नाईक, अविनाश नवले तथा अलीभाई, विलास भोयर के नाम हैं। समाचार लिखे जाने तक इस मामले में किसी तरह की गिरफ्तारी नहीं हुई थी।
पत्र परिषद में संतोष लांजेवार ने बताया कि प्रबंधन के गुंडों ने वसंत देशमुख तथा भाऊराव भोयर नामक दो कर्मचारियों को अपहरण कर देशोन्नती प्रिंटिंग प्रेस में लाए, जहां पहले से मौजूद समाचार पत्र के प्रमुख व रामभाऊ महाजन तथा उनके गुंडों ने इन दोनों को पीटा। बाद में उन्हें अज्ञात स्थान पर ले कर चले गए। इनमें से वसंता देशमुख को अकोला ले जाने की बात सामने आई हैं। इसके साथ ही वसंत देशमुख के परिवार वालों को फोन कर पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराने के लिए धमकाया गया। संतोष लांजेवार ने बताया कि थाने में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद भी पुलिस कार्रवाई करने के बजाय आरोपियों को सुरक्षा दे रही है। उन्होंने अपहृत दो लोगों को तुरंत छुड़ाने और मामले की जांच अपराध शाखा पुलिस को देने की मांग की। पत्र परिषद में नागपुर श्रमिक के अध्यक्ष प्रदीप कुमार मैत्र, महासचिव संजय लोखंडे, महाराष्ट्र पत्रकार संघ के अध्यक्ष यदु जोशी, श्रमिक पत्रकार संघ के संतोष लांजेवार तथा देविदास लांजेवार उपस्थित थे।