राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस के अवसर पर 16 नवंबर को निज़ामाबाद, नांदेड एवम आदिलाबाद में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. आंध्र प्रदेश के निज़ामाबाद में आंध्र प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ के तत्वधान में निज़ामाबाद प्रेस क्लब के परिसर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमे एक स्थानीय हिंदी दैनिक स्वतंत्र वार्ता के अस्थानीय संपादक प्रदीप श्रीवास्तव ने कहा कि पत्रकारिता को दुरुपयोग शुरू कर दिया गया है, जिस पर अब नियंत्रण आवश्यक है.
द हिन्दू के जिला सवांददाता पी राम मोहन का कहना था कि आज पत्रकारिता के मापदंडों के मायने बदल रहे हैं. इसे रोकने की जरूरत है. पत्रकार संघ के अध्यक्ष बोबिली नर्सर्या का कहना था कि वे अपने स्तर पर प्रयास करेंगे कि सरकारी योजनाओं का लाभ सही पत्रकारों को मिले. संघ के सचिव ऐ सायलू ने पत्रकारों के उत्थान के लिए हर संभव प्रयास करने का अश्वासन दिया. पत्रकारिता दिन के अवसर पर केक भी काटा गया. इस दौरान काफी संख्या में पत्रकार उपस्थित थे.
नांदेड में इस दिन को वहां के जिलाधीश कार्यालय में मनाया गया. जिलाधीश डॉ श्रीकर परदेशी एवम वरिष्ठ पत्रकार सुधाकर दोइफोडे ने सबसे पहले बालगंगाधर के चित्र पर माल्यार्पण किया. इस अवसर पर डॉ परदेशी ने कहा कि समाचार पत्रों को निष्पक्षता के साथ पारदर्शिता बरतते हुए समाचार प्रकाशित करना चाहिए. वरिष्ठ पत्रकार सुधाकर दोइफोडे का कहना था कि आज समाचार पत्र व्यावसायिक हो गए हैं. इससे लगता है कि पत्रकारिता अपना मार्ग बदल रही है. बभालीबांध को लेकर जिस तरह से आंध्र पदेश के अख़बारों ने लिखा, उस तरह से महाराष्ट्र के अख़बारों ने नहीं लिखा. कार्यक्रम का संचालन जिला सूचनाधिकारी डॉ. किरण मोघे ने किया.
इसी दिन आदिलाबाद में आंध्र प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ, आदिलाबाद के तत्वधान में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला परिषद् के अध्यक्ष एस. गणपति ने कहा कि समाज एवं राष्ट्र के विकास में मीडिया का योगदान महत्वपूर्ण है. सयुंक्त जिलाधीश आर. विजी कुमार का कहना था कि देश की तक़दीर लिखने का दम कलम में ही है. आसिफाबाद के विधायक आत्रम सक्कु ने कहा कि वास्तविकता को सामने रखते हुए मीडिया अपने दायित्व को निभाए. इस कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकारों को सम्मानित किया गया.