प्रेस विज्ञप्ति : उत्तर बंगाल और सिक्किम के पहले और नंबर वन एफएम स्टेशन रेडियो मिष्टी 94.3 एफएम पर 18 मई से बांग्ला नाट्य उत्सव का आयोजन किया गया है। रेडियो पर दस दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में बांग्ला के लोकप्रिय नाटकों जैसे ‘पाता झोरे जाये’, ‘नीमगच’, ‘नाना रोगे दिन्गुली’, ‘तिनेर तलवार’ आदि को सुनाया जायेगा। रेडियो मिष्टी दस दिनों तक रोज दोपहर 4.30 बजे से 5 बजे तक आधे घंटे के लिए इन नाटकों को प्रसारित करेगा। पुराने जमाने के इन नाटकों को हासिल कर रेडियो मिष्टी ने इन्हें अपने सुधी दर्शकों को फिर सुनाने का इरादा किया है। इन बांग्ला नाटकों को अपने जमाने में काफी लोकप्रियता मिली थी।
रेडियो मिष्टि के चीफ एक्जीक्यूटिव आफिसर निशांत मित्तल ने रेडियो मिष्टि को एक वर्ष में सफलता के शिखर पर पहुंचाने का श्रेय श्रोताओं को दिया। उन्होंने बताया कि यह एक मात्र रेडियो स्टेशन है जहां गाने और शो, सभी स्थानीय भाषाओं-बोलियों में प्रसारित किए जाते हैं। अपने श्रोताओं के लिए रेडियो मिष्टि का हमेशा ही नए, कल्पनाशील और प्रयोगधर्मी थीम में विश्वास रहा है। रेडियो मिष्टि हर उम्र के लोगों की रुचियों को ध्यान में रखता है, इसीलिए वह सभी का प्यारा है। रेडियो पर बांग्ला नाट्य उत्सव का आयोजन भी इसी कड़ी का हिस्सा है। बांग्ला नाट्य उत्सव को भी काफी सफल्ताल मिलेगी, यह उम्मीद है। रेडियो मिष्टि का नारा है- ”लोकल पीपुल – लोकल वायस – लोकल स्टेशन – लोकल च्वायस”। ”गुनगुनाते रहो” की टैगलाइन के साथ रेडियो मिष्टि 94.3 एफएम सिलिगुड़ी में वर्ष 2007 में लांच हुआ था और इसे इलाके का पहला एफएम स्टेशन होने का गौरव प्राप्त हुआ।