भास्कर और जी ग्रुप के मुंबई बेस्ड अंग्रेजी अखबार डेली न्यूज एंड एनालिसिस (डीएनए) से तीन दर्जन लोगों की छंटनी होने वाली है और जो लोग काम कर रहे हैं, उनमें से किसी की तनख्वाह नहीं बढ़ाई जाएगी। सूत्रों के अनुसार डीएनए के मुंबई, बेंगलोर, पुणे, अहमदाबाद और जयपुर संस्करणों में कुल मिलाकर लगभग 850 लोग काम करते हैं। पहले चरण में डीएनए दो दर्जन पेजीनेटरों की छुट्टी कर चुका है। एक बार फिर तीन दर्जन लोगों को निकाले जाने की तैयारी है। यहां भी नौकरी लेने और तनख्वाह न बढ़ाने का काम आर्थिक मंदी के नाम पर किया जा रहा है।
हालांकि इस अखबार का अभी खत्म हुए वित्तीय वर्ष में मुनाफा 24 फीसदी बढ़ा है पर छंटनी इसलिए की जा रही है ताकि अपेक्षाकृत कम विज्ञापन मिलने से मुनाफे में होने वाली संभावित कमी की भरपाई की जा सके। यह सारी तैयारी वर्तमान वित्तीय वर्ष के लिए की जा रही है। इस अखबार के सीईओ केयू राव हैं। मंदी की सुगबुगाहट मिलने के तुरंत बाद ही डीएनए के कई छोटे आफिसों पर ताला लगा दिया गया था। मुंबई में 199 रुपये में साल भर तक अखबार देने की स्कीम को बदलकर 399 रुपये में साल भर की स्कीम शुरू कर दी गई।