भोपाल से खबर है कि दैनिक भास्कर और पत्रिका एक दूसरे को पछाड़ने के लिए पूरे जी जान से जुटे हैं। इस बीच एक नए घटनाक्रम के अनुसार दैनिक भास्कर प्रबंधन ने कल्पेश याज्ञनिक को भास्कर के नए टैबलायड डीबी स्टार का संपादक बना दिया है। शुरुआत में यह टैबलायड बेहतर नहीं था पर अब धीरे धीरे यह आकर्षक होता जा रहा है और इसके पीछे कल्पेश याज्ञनिक की मेहनत बताई जा रही है।
वैसे, लोगों का यह कहना भी है कि दैनिक भास्कर में श्रवण गर्ग के उत्तराधिकारी कल्पेश याज्ञनिक ही हैं। कम कीमत में पत्रिका जहां भास्कर को पछाड़ने के लिए सारे हथकंडे अपना रहा है वहां इस बड़ों की लड़ाई में कई छोटे अखबार पिस रहे हैं। नवदुनिया, नवभारत और जागरण की हालत काफी खराब हो गई है। राज एक्सप्रेस का प्रसार काफी कम हो गया है। गिरते प्रसार को रोकने के लिए राज एक्सप्रेस ने अपने पाठकों को सोने-चांदी देने की स्कीम लांच कर दी है। यह भी कहा जा रहा है कि राज एक्सप्रेस भी भास्कर की तरह अपने पाठकों को मुफ्त में 16 पेज का टैबलायड देने की कोशिश कर रहा है। मतलब, जल्द ही एक और टैबलायड भोपाल के बाजार में दिख सकता है। साथ ही जिस तरह पत्रिका ने दाम गिराकर लड़ाई लड़नी शुरू की है उसी तरह राज एक्सप्रेस भी दाम गिराने पर विचार कर रहा है।