एसएन विनोद बोले- पत्रकारिता के सामने विश्वसनीयता का संकट : यवतमाल में मराठी दैनिक जन सामर्थ्य का उदघाटन बीते दिनों एक आम नागरिक के हाथों कराया गया। इस मौके पर आयोजित समारोह में वरिष्ठ पत्रकार एसएन विनोद ने कहा कि बगैर खबरों की पुष्टि किए ही टीवी न्यूज चैनलों पर सब कुछ प्रसारित किया जा रहा है। अब टीवी न्यूज चैनलों का अनुकरण अखबार चलाने वाले कर रहे हैं। अगर इस तरह नागरिकों को गुमराह किया गया तो जो विश्वसनीयता बची हुई है, वह भी खत्म हो जाएगी।
श्री विनोद ने कहा कि पत्रकारिता की विश्वसनीयता पहले ही संकट में है। मराठी दैनिक जन सामर्थ्य का लोकार्पण एक आम नागरिक के हाथों कराने की एसएन विनोद ने भूरि-भूरि प्रशंसा की। इस प्रकाशन समारोह में शिवसेना नेता दिवाकर रावते, ज्येष्ठ संपादक चंद्रकांत वानखडे, अखबार के प्रमुख विजय वानखडे, विधायक संजय राठौड़, विदर्भ विकास सिंचाई महामंडल के वामनराव कासावार, यवतमाल न.प. उपाध्यक्ष बालासाहब चौधरी, जिला सहकारी बैंक के उपाध्यक्ष सुरेश लोणकर, समाजसेवक दशरथ मडावी आदि उपस्थित थे।
श्री विनोद ने आगे कहा कि आज के संपादकों ने अपनी खुद की हैसियत गिरा दी है। आज हम कई अखबार देखते हैं जिनमें सत्य कहीं दिखाई नहीं देता। मीडिया के विज्ञापन का बिजनेस 70 हजार करोड़ के पार चला गया है। लेकिन हम इस बीच पत्रकारिता के मूल्यों को खोते जा रहे हैं। इन मूल्यों को बचाना जरूरी हो गया है। हिन्दुस्तान की पत्रकारिता पहले निष्पक्ष और निडर हुआ करती थी। लेकिन आज यही पत्रकारिता पाकिस्तान और नेपाल की पत्रकारिता से भी ज्यादा निकृष्ट हो गयी है। देश में जब आपातकाल हुआ था तब से पत्रकारिता का पतन शुरू हुआ। पत्रकारिता के अविश्वसनीयता के संकट से निजात पाने के लिये हम पत्रकारों को ही जूझना पड़ेगा।