मध्य प्रदेश में पत्रकारिता के गढ़ माने जाने वाले इंदौर शहर से ‘पीपुल्स समाचार’ का प्रकाशन प्रारंभ हो गया है। सोमवार 28 अगस्त को ‘पीपुल्स समाचार’ ने बड़े आहिस्ते से इंदौर की अखबारी दुनिया में कदम रखा और अपनी प्रभावशाली उपस्थिति दर्ज कराई। अखबार प्रबंधन का दावा है कि एक्सक्लूसिव खबरों और लेआउट के मामले में ‘पीपुल्स समाचार’ ने दैनिक भास्कर, नई दुनिया और पत्रिका को पहले दिन ही पीछे छोड़ दिया। भोपाल संस्करण के बाद ‘पीपुल्स समाचार’ का यह दूसरा संस्करण है। ‘पीपुल्स ग्रुप’ जल्द ही ग्वालियर, जबलपुर, रायपुर और बिलासपुर से अपने संस्करण प्रारंभ करने जा रहा है।
इस ग्रुप की पत्रिका ‘पीपुल्स पोस्ट’ का प्रकाशन दिल्ली से प्रारंभ हो चुका है। खबर है कि यह ग्रुप बहुत जल्द इलेक्ट्रानिक मीडिया के क्षेत्र में प्रवेश करने वाला है। ‘पीपुल्स समाचार’, इंदौर के संपादक विकाम मिश्र हैं। इससे पहले वे दैनिक भास्कर, जबलपुर के कार्यकारी संपादक थे लेकिन उन्होंने पिछले दो दशकों में ज्यादातर समय नई दुनिया, इंदौर के साथ गुजारा है। उनकी पहचान स्वच्छ छवि वाले जुझारू पत्रकार की रही है। वे कई किताबें लिख चुके हैं और फोटोग्राफर के रूप में भी उनकी पहचान है। रिपोर्टिंग और फोटोग्राफी के लिए विकास को कई पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है।
आज इंदौर के मार्केट में आए ‘पीपुल्स समाचार’ की कीमत दो रुपये है और यह कुल 20 (16+4) पन्नों का अखबार है। इस अखबार की प्रिंट लाइन कुछ इस प्रकार है- स्वामी, प्रकाशक एवं मुद्रक सुरेश विजयवर्गीय द्वारा पी.जी. इनफ्रास्ट्रक्चर एंड सर्विसेज प्रा. लिं. प्रेस, राऊखेड़ी, सांवेर, देवास रोड, इंदौर-453771 से मुद्रित एवं 10, प्रेस कांप्लेक्स, एबी रोड, इंदौर-452010 (म.प्र.) से प्रकाशित। संपादक : विकास मिश्र फोन- 0731-4230537, आर.एन.आई. रजि. क्र. आवेदित
अखबार के प्रथम पेज पर महेश श्रीवास्तव ने विशेष संपादकीय लिखा है, जो इस प्रकार है-
पत्रकारिता के पुण्यधाम को प्रणाम
-महेश श्रीवास्तव-
हमारी संस्कृति पुण्य स्थान में प्रवेश के साथ प्रणाम और शुभ कार्य के प्रारंभ से पूर्व प्रार्थना की रही है। इंदौर पत्रकारिता का पुण्यधाम है, अतः ‘पीपुल्स समाचार’ प्रवेश के साथ इंदौर को प्रणाम करता है।
इंदौर पत्रकारिता का जाग्रत स्थल माना जाता है, क्योंकि यहां पत्रकारिता के कीर्तिमान स्थापित हुए हैं और हिन्दी पत्रकारिता में इंदौर की नर्सरी में जन्मे तथा पले-बढ़े पौधों ने राष्ट्रीय स्तर पर विकसित होकर अपने फलों से समाज को तृप्त किया है। यह सब इसलिए हो सका, क्योंकि यहां का समाज शब्द और स्वर का सम्मान करने वाला, सत्या और निष्ठा के पक्ष में खड़ा होने वाला तथा साहित्य, कला एवं सृजन की गहरी समझ रखने वाला समाज है। जिस समाज ने देवी अहिल्या के आशीर्वाद का अमृतपान किया है, उस समाज से ‘पीपुल्स समाचार’ की प्रार्थना है कि वह उसे स्वीकार करे, उसका मूल्यांकन करे और निष्पक्ष तथा श्रेष्ठ होने की जिस भावुक आकांक्षा के साथ ‘पीपुल्स समाचार’ प्रारंभ हो रहा है, उसे रूपायित करने, गढ़ने में मातृ भूमिका का निर्वाह करे। विकास की दौड़ और बाजारवाद के प्रभाव ने पत्रकारिता के आंतरिक और वाह्य स्वरूप को बदा है। पूंजी और तकनीक की मेनकाएं इतनी सुंदर और गतिशील हैं कि आजादी के पूर्व की तरह कोई पत्रकार न स्थिर समाधि लगा सकता है और न भभूत लगाकर, चिमटा बजाकर अलख जगा सकता है। विश्वामित्र बन जाना उसकी नियति बन गई है। गति के साथ चलना वैसे भी पत्रकारिता का धर्म भी है। गति तीव्र है, प्रगति तीव्र है, अतः आदर्श कभी-कभी पीछे छूट गया लगता है और पत्रकारिता उत्तरदायित्व के धर्म को त्यागती हुई लगती है। ‘पीपुल्स समाचार’ की कोशिश होगी कि आधुनिकता की समस्त आवश्यकताओं के साथ वह समाज के प्रति पत्रकारिता के कर्तव्य के वचन का निर्वाह करे और उसकी आवाज किसी मीनार से नहीं, जन-जन के हृदय की गहराई से उठे।
आचरण, कर्म और व्यवहार में पवित्रता और पारदर्शिता के मानदंडों का निर्वाह ‘पीपुल्स समाचार’ का प्रयास रहेगा और अपने नाम के अनुरूप यह जन-जन का, जन-जन के लिए, जन-जन की आकांक्षा का प्रतीक बनेगा। इन्दौर, ‘पीपुल्स समाचार’ का दूसरा पड़ाव है। पहला भोपाल था, जो कि प्रशासन का केंद्र और प्रदेश की राजधानी तथा पीपुल्स समूह द्वारा चिकित्सा एवं शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे सेवा कार्यों का केंद्र भी है। गत वर्ष पीपुल्स समूह के सेवा कार्यों को देखकर भारत की राष्ट्रपति महामहिम प्रतिभा पाटिल अभिभूत हुईं थीं और उन्होंने सेवा कार्यों को अदभुत तथा प्रगति को अपूर्व निरूपित किया था। समूह का संकल्प है कि ‘पीपुल्स समाचार’ भी अपनी गुणवत्ता और सेवा में ऐसा बने कि पाठक इसे अदभुत और अपूर्व कह उठें। ‘पीपुल्स समाचार’ प्रसार या विज्ञापन की प्रतिस्पर्धा में नहीं, गुणवत्ता की स्पर्धा में रहेगा और कोशिश यह होगी कि एक दिन वह आए जब श्रेष्ठता में ‘पीपुल्स समाचार’ हर दिन स्वयं से स्पर्धा करे और हर अगले दिन का अखबार श्रेष्ठ से श्रेष्ठतर बने। स्वामी विवेकानंद का शिकागो में बोला गया वह वाक्य हमें याद है, जिसका भावार्थ है कि भारत में पहचान वाह्य आवरण से नहीं, आंतरिक गुणों से होती है। ‘पीपुल्स समाचार’, इंदौर के प्रबुद्ध और जाग्रता- चेतनायुक्त पाठकों के हाथों में देकर हम अपेक्षा करते हैं कि वे अपनी रचनात्मक आकांक्षा, श्रेष्ठता के मानदंड और समाज के प्रति हमारे समर्पण की मात्रा से हमें अवगत कराते रहेंगे, ताकि ‘पीपुल्स समाचार’ और समाज बिंब और प्रतिबिंब की तरह एक हो जाएं।
vinay shrivastava
January 27, 2010 at 1:31 pm
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vinay shrivastava
January 27, 2010 at 1:32 pm
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