नई दुनिया ज्वाइन किया : लड़ाई जारी रखने का ऐलान : पटना की वरिष्ठ पत्रकार निवेदिता झा ने आखिरकार आखिरी सहारा प्रणाम बोल ही दिया। उन्होंने सहारा समूह से अपना जुड़ाव खत्म करने का ऐलान कर दिया है। वे राष्ट्रीय सहारा, पटना में कार्यरत थीं। उन्होंने अपना इस्तीफा प्रबंधन को भेज दिया है। उनका सहारा के मैनेजर यादवेश से विवाद हो गया था। उन्होंने यादवेश पर अभद्रता करने का आरोप लगाया था और इसकी शिकायत निवेदिता ने कई जगहों-मंचों पर की। उधर, निवेदिता पर यादवेश ने अनुशासनहीनता का आरोप लगाते हुए पहले सस्पेंड कराया और बाद में प्रबंधन के जरिए तबादला करा दिया। निवेदिता को राष्ट्रीय सहारा, देहरादून जाने के लिए कह दिया गया। इसे एक और अन्याय बताते हुए निवेदिता ने देहरादून जाने से इनकार कर दिया। उधर, सहारा प्रबंधन निवेदिता के मामले पर जांच कराने की बात कहता रहा लेकिन करीब नौ महीने के इंतजार के बाद जब निवेदिता को कोई नतीजा निकलता नहीं दिखा तो उन्होंने सहारा को बाय बोल देने का निर्णय ले लिया।
भड़ास4मीडिया से बातचीत में निवेदिता ने बताया कि मैंने राष्ट्रीय सहारा से इस्तीफा देकर पटना में ही नई पारी की शुरुआत ‘संडे नई दुनिया’ के साथ शुरू की है। निवेदिता ने कहा- ‘सहारा प्रबंधन ने मेरी शिकायत पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की। मैंने नौ महीने तक इंतजार किया पर मुझे न्याय नहीं मिला। इस कारण मैंने इस्तीफा देना उचित समझा। निवेदिता के मुताबिक मेरा मामला मानवाधिकार और महिला आयोग में है। इन संस्थाओं से मुझे न्याय की उम्मीद है। मैं इस मामले में चुप नहीं बैठूंगी।’
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