पत्रिका,उज्जैन के ब्यूरो चीफ महेश पांडे के साथ आजकल बहुत बुरा हो रहा है। उन्हें पहले इंदौर हेड क्वार्टर तलब कर लिया गया। फिर वहां दस दिन बाद ही वापस उज्जैन ब्यूरो भेजा गया लेकिन अबकी रिपोर्टर बनाकर। उज्जैन में अब संपादकीय प्रभारी राधेश्याम दामू हैं और पांडे को कृषि व रेलवे बीट दी गई है। इसके पूर्व भी पांडे दैनिक जागरण की लांचिग के समय में ब्यूरो चीफ थे पर बाद में वहां भी पहले उनका डिमोशन किया गया और बाद में हटा दिया गया।
पटना से प्रकाशित ‘राष्ट्रीय सहारा’ के गया जिला प्रभारी सुनील सौरभ ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने ‘चौथी दुनिया’ के साथ नई पारी की शुरुआत की है। सुनील सौरभ पिछले साढ़े तीन सालों से राष्टीय सहारा से जुड़े थे। वे हिन्दुस्तान के भी गया प्रभारी रह चुके हैं। बाद में उन्हें पश्चिम चम्पारण के बगहा में बतौर प्रभारी बनाकर भेजा गया था। वे पिछले दो दशकों से अखबार जगत से जुड़े हुए हैं। उनके संपादन में ही पटना से सांध्य दैनिक ‘नगर समाचार धारा’ निकला। ‘आज’ से भी उनका जुड़ाव रहा। सामाजिक सरोकरों से जुड़े मुद्दे पर लगातार लेखन के लिए उन्हें 2005 में तमिलनाडु के मदुरे में ‘माजा कोइन जर्नलस्टि एवार्ड’ से नवाजा जा चुका है। बिहार के तत्कालीन राज्यपाल आर.एल. भाटिया द्वारा भी सुनील सौरभ को ‘पत्रकार श्री’ से सम्मानित किया गया है।