इंडिया न्यूज के एसआईटी (स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम) हेड रह चुके और फोकस टीवी के लिए कुछ दिनों तक एसआईटी हेड के रूप में काम कर चुके पुष्प शर्मा इन दिनों पुलिस की गिरफ्त में हैं। उन्हें 17 नवंबर को गिरफ्तार किया गया। दिल्ली के वसंत विहार थाने में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज है। एफआईआर नंबर 373/9 में उन पर हेड कांस्टेबल ऋषिराज ने ब्लैकमेलिंग के आरोप लगाए हैं। पुष्प पर 384, 389/34 जैसी धाराएं लगाई गई हैं। पुलिस ने पुष्प को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें पांच दिनों के रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया गया। थाने मिलने गए लोगों से पुष्प ने कहा है कि उन्हें एक गहरी साजिश के तहत फंसाया गया है। वे निर्दोष हैं। पुष्प की गिरफ्तारी के बारे में दैनिक जागरण और हिंदुस्तान में आज जो खबरें प्रकाशित हुई हैं, उसे यहां दिया जा रहा है।
पत्रकार बता हवलदार से वसूली करने वाला धरा
वसंत विहार पुलिस ने एक हवलदार से 50 हजार रुपये की वसूली करने वाले शख्स को गिरफ्तार किया है। वह खुद को पत्रकार बताकर हवलदार को उसका स्टिंग आपरेशन न्यूज चैनल पर दिखाने की धमकी दे रहा था। लेकिन पुलिस ने खुद उसी को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक गत 21 अक्टूबर को वसंत विहार थाने में तैनात हवलदार ऋषिराज बाइक पर गश्त कर रहा था। उसे आईआईटी के पास सड़क दुर्घटना होने की कॉल मिली तो वह सिपाही सतबीर के साथ मौके पर पहुंचा। वहां पुष्पेंद्र नामक व्यक्ति की बाइक पंकज नामक व्यक्ति की कार से टकरा गई थी। मौके पर पुष्पेंद्र खुद की गलती होने पर पुलिसकर्मियों से मामले को रफा-दफा करने की गुजारिश करने लगा। फिर वह कार चालक पंकज को हर्जाने के बदले कुछ राशि देने लगा और उसने हवलदार को 500 रुपये का नोट देकर बदले में 100-100 के नोट मांगे।
इसके बाद मामला तो सुलझ गया, लेकिन पुष्पेंद्र ऋषिराज को फोन कर आए दिन धमकी देने लगा। पुष्पेंद्र ने हवलदार से कहा कि 500 रुपये का नोट पकड़ते समय वह उसकी रिकार्डिंग कर चुका है। उसने खुद को पत्रकार बताकर हवलदार से 50 हजार रुपये देने की मांग की, वरना न्यूज चैनल पर स्टिंग दिखाने की धकमी दी। आखिर में परेशान होकर हवलदार ने अपने एसएचओ को मामले की सूचना दी। फिर पुष्पेंद्र को रुपये देने के बहाने तय जगह पर बुलाया गया। पुष्पेंद्र जब रुपये लेने पकड़ने लगा तो पुलिस ने रंगेहाथ उसे गिरफ्तार कर लिया। (हिन्दुस्तान, दिल्ली)
फर्जी पत्रकार बन पुलिसकर्मी को ब्लैकमेल करने वाला दबोचा
फर्जी पत्रकार बन पुलिसकर्मी को ही ब्लैकमेल करने वाले एक युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कार दुर्घटना के एक मामले में पीड़ित से पुलिसकर्मी ने मुआवजा दिलवाया था, जिसके चलते युवक अपने नुकसान की भरपाई उसे ब्लैकमेल कर पूरा करना चाह रहा था। युवक पुलिसकर्मी को यह कहकर धमका रहा था कि उसके हाथों हुए पैसों के लेनदेन का उसने स्टिंग आपरेशन किया था।
मामला वसंत विहार इलाके का है। आरोपी फर्जी पत्रकार का नाम पुष्पेंद्र है। वह गाजियाबाद का रहने वाला है। गत 21 अक्टूबर को थाने में तैनात हवलदार ऋषिराज पेट्रोलिंग पर था। पुलिस के पास आईआईटी गेट के पास सड़क हादसे की कॉल मिली। इस पर सिपाही ऋषिराज सतबीर को लेकर मौके पर पहुंचा। वहां पता चला कि पुष्पेंद्र ने बाइक से पंकज नाम के युवक की कार में टक्कर मार दी थी। गलती पुष्पेंद्र की ही थी, जिसके चलते पुलिस ने पुष्पेंद्र से पंकज को हर्जाना दिलवा दिया। हर्जाना देने के लिए पुष्पेंद्र ने ऋषिराज से 500 रुपये का नोट छुट्टा कराया था।
कुछ दिनों बाद पुष्पेंद्र ने ऋषिराज को फोन कर कहा कि वह पत्रकार है और उसने दुर्घटना के दौरान उसके हाथों पैसों का लेनदेन का स्टिंग आपरेशन कर लिया है। वह उसे न्यूज चैनल पर दिखाएगा। ऋषिराज ने अपनी इज्जत के डर से उससे ऐसा करने से मना किया। इस पर पुष्पेंद्र ने उससे इस रिकार्डिंग को कहीं न दिखाने की एवज में 50 हजार रुपये मांगे। ब्लैकमेलिंग की सूचना ऋषिराज ने थाना अध्यक्ष वेद प्रकाश को दी। योजनानुसार पुष्पेंद्र को रुपये लेने के बहाने वसंत विहार बुलाया गया। पुष्पेंद्र को रकम वसूली के लिए यूपी नंबर की एक कार में जब मौके पर पहुंचा तो उसे दबोच लिया गया। पुलिस अब मामले की जांच में जुट गई है। (दैनिक जागरण, दिल्ली)