रेलवे के विभिन्न पहलुओं और यात्री संबंधी सूचनाओं के प्रसारण के लिए भारतीय रेल जल्द ही अपना टेलीविजन चैनल लांच करने वाला है। लेकिन, टेलीविजन चैनल के लिए रेल समिति से भारतीय रेल को हरी झंडी अभी नहीं मिली है। रेल समिति से चैनल के लिए मंजूरी मिलने के बाद ही भारतीय रेल लोकसभा और राज्यसभा चैनल की तरह अपना चैनल भी लांच कर सकेगा। रेलवे यात्री सुविधा समिति की गरुवार को कोलकाता में एक बैठक आयोजित हुई। बैठक में रेलवे सुविधा समिति के छह सदस्य मौजूद थे। समिति के सदस्यों ने बैठक के दौरान कहा कि रेलवे टीवी चैनल पर गाड़ियों के आगमन-प्रस्थान संबंधी जानकारियां ही नहीं होंगी, बल्कि देश भर में पर्यटन और संस्कृति को बढ़ावा देने में भी चैनल को एक माध्यम के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा।
समिति ने पर्यटन विभाग और टूर आपरेटर्स के साथ मिलकर कार्यक्रम बनाने की बात कही है। इस संबंध में रेलवे बोर्ड द्वारा अध्ययन किया जा रहा है। बैठक के दौरान रेलवे ने अपना पानी रेलनीर के दाम १२ रुपए से घटाने का सुझाव दिया, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक इसकी पहुंच हो सके। समिति ने अपने सुझाव में कहा कि इसे बनाने और वितरण पर खर्च किए गए पैंसे पर पांच से दस फीसदी से अधिक नहीं लिया जाना चाहिए। समिति ने पानी की बोतल का दाम पांच से सात रुपए के बीच करने की बात कही। समिति ने सुझाव दिया कि पीआरएस प्रणाली में यात्रियों के नाम शामिल किए जाएं, ताकि एसएमएस के द्वारा नियमित रूप से उन्हें सूचित किया जा सके कि उनका पीएनआर स्टेटस क्या है, गाड़ी किस प्लेटफार्म पर लगी है और इंजन से उसके डिब्बे की स्थिति क्या है आदि। इसके अलावा समिति ने यह भी सिफारिश की है कि आरक्षण चार्ट पूरा होने के बाद भी सीट खाली रहने पर मध्यवर्ती स्टेशनों समेत सभी स्थानों के लिए बुकिंग जारी रहनी चाहिए। साभार : हमारा महानगर