राज एक्सप्रेस से कुछ खबरें हैं. लखनऊ में राज एक्सप्रेस का ब्यूरो चीफ योगेश त्रिपाठी को बनाया गया है. योगेश अभी तक पंजाब केसरी के लिए काम कर रहे थे.
पीपुल्स समाचार, जबलपुर के एडिटर रह चुके राजेश पांडेय ने भोपाल में राज एक्सप्रेस ज्वाइन कर लिया है. वे राज में प्रशासनिक और राजनीतिक खबरों के प्रभारी होंगे. राजेश पांडेय को पीपुल्स समाचार, जबलपुर से हटाकर भोपाल भेज दिया गया था और वे कई महीनों से भोपाल में पीपुल्स समाचार में कार्यरत थे.
rinku
August 12, 2010 at 3:43 pm
प्रदेश में राजेश पांडे जी जैसे गिने चुने ही पत्रकार हैं, जिन्होंने अभी तक इस पेशे की गरिमा को बनाए रखा है। उनका टीम वर्क और किसी अखबार को जनता का अखबार बनाने की खासियत बहुत कम देखने को मिलती है। राजेश पांडे सर का अचानक राज एक्सप्रेस ज्वाइन करना चौंकाने वाली खबर है। पीपुल्स समाचार में मैनेजमेंट का उनके प्रति सम्मान था, यह सब देखते हुए भी उन्होंने यह कदम उठाया है तो जरूर सोच समझ कर ही निर्णय लिया होगा। राज एक्सप्रेस का मैनेजमेंट सीएमडी अरूण सहलोत से शुरू होकर उन्हीं पर खत्म हो जाता है यह तो सभी जानते हैं। इस पूरे मामले में सीएमडी की आड़ लेकर कईयों ने अपनी दुकानें सजा रखी हैं वहीं ग्रुप के अंदर और बाहर सीएमडी को किसी खलनायक की तरह पेश किया है। अरूण सहलोत बुरे नहीं हैं जिस इंसान ने जमीन से आसमान की ऊंचाईयां छुई हों वो उदार ही होगा लेकिन इनके चाटुकार और दरबारियों ने अपनी रोटी सेंकने जिस ढंग से उन्हें बरगलाकर अपना काम निकालना शुरु किया है वह ठीक नहीं है। उम्मीद है कि राज एक्सप्रेस में पांडे सर को उनकी योग्यता और वरिष्ठता के अनुसार पूरा सम्मान और आदर मिलेगा।
rinku
August 12, 2010 at 3:59 pm
राजेश पांडे सर का अचानक राज एक्सप्रेस ज्वाइन करना चौंकाने वाली खबर है। पांडे जी प्रदेश के उन चंद पत्रकारों में हैं जो इस पेशे की गरिमा को बनाए हुए हैं। अखबार को जनता का अखबार बनाने की कला उनमें है। वे खबरों में आम जनता देखते हैं वहीं जनता खबरों में खुद हो। बहरहाल राज एक्सप्रेस जाने के बारे में उन्होंने सोच समझ कर ही फैसला लिया होगा। कामना है कि राज एक्सप्रेस में पांडे सर को उनकी वरिष्ठता और योग्यता के अनुसार आदर और सम्मान मिले।
pankaj awasthi
August 12, 2010 at 7:00 pm
yogesh,
congrats……….
rajesh Gurjar
August 13, 2010 at 10:28 am
Rajesh Pandey Ji meri Shubhkamanye, Pandey Bahut hi Achche Aor Imandar Patrakar hai, aor Rahenge.
Raj Kapur
August 15, 2010 at 10:53 am
किसी की इज्जत करना और किसी को इज्जत के साथ इग्नोर करना… दोनों बातों में अंतर है। राजेश जी कई महीनों से पीपुल्स समूह में मानसिक प्रताड़ना सहन कर रहे थे। उन जैसा समझदार और कन्टेम्पररी जर्नलिस्टिक एप्रोच से जुड़े रहने वाला इंसान यह ज्यादा समय तक गवारा नहीं कर सकता था। राज एक्सप्रेस से भी पत्रकारों को तो कोई उम्मीद नहीं है… वो बस पीपुल्स से कुछ ही ऊपर है…। इन दोनों समूहों के प्रबंधन में प्लानिंग और थॉट की गहराई बेहद कम है। जर्नलिज्म को दूर दूर तक न जानने वाले लोगों से इनके मालिकान घिरे हुए हैं। नतीजा सारा इन्फ्रास्ट्रक्चर होते हुए भी ये ग्रुप सम्मानीय नहीं बन पाए हैं। पीपुल्स का तो खैर भगवान ही मालिक है….।
shivendra
August 23, 2010 at 12:05 pm
उम्मीद है कि राज एक्सप्रेस में पांडे सर को उनकी योग्यता और वरिष्ठता के अनुसार पूरा सम्मान और आदर मिलेगा।