जबलपुर से कई खबरें हैं। बड़ी खबर यह है कि नई दुनिया के संपादक राजीव मित्तल ने अखबार को अलविदा कह दिया है। अखबार के प्रबंधन ने उन्हें अभी रिलीव नहीं किया है। राजीव मित्तल ने पिछले वर्ष जून 2007 में नई दुनिया शुरू होने के पहले संपादक का दायित्व संभाला था। उन्होंने एक वर्ष में ही नई दुनिया के माध्यम से जबलपुर की पत्रकारिता में कुछ नए ट्रेंड भी सेट किए। उन्होंने अपने कार्यकाल में दैनिक भास्कर को गंभीर चुनौती दी और नई दुनिया को महाकौशल में दूसरे नंबर का अखबार बना दिया। राजीव मित्तल की नई पारी के बारे में कई तरह के कयास हैं।
एक तो उनका नाम दैनिक हिंदुस्तान के मेरठ संस्करण के संपादक के रूप में लिया जा रहा है जबकि कुछ लोग यह भी कह रहे हैं कि मध्य प्रदेश के अनुभव के आधार पर हो सकता है कि वे अगले वर्ष भोपाल से लांच होने वाले हिंदुस्तान की कमान संभाल लें। कहा यह भी जा रहा है कि वे अपने गृहनगर लखनऊ में कोई नई जिम्मेदारी संभालने जा रहे हैं। नई दुनिया से पहले राजीव मित्तल बिहार में हिंदुस्तान के कई संस्करणों के समाचार संपादक रहे हैं।
दूसरी खबर। जबलपुर से ही प्रिंट मीडिया में फेरबदल की एक और खबर है। नवभारत, जबलपुर के लीगल व प्रशासनिक रिपोर्टर अरविंद अग्रवाल और स्वतंत्र मत के क्राइम व एनर्जी बीट संभालने वाले रिपोर्टर राजेंद्र शर्मा ने यश भारत अखबार को ज्वाइन किया है। इन दोनों को नई पारी की बधाई।